उत्तर प्रदेशराज्य

विहिप ने कहा- प्रधानमंत्री के दिल में बसती है अयोध्या

नयी दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने अयोध्या के विकास की वृहद परियोजना की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समीक्षा किये जाने का स्वागत करते हुए आज कहा कि इससे सिद्ध होता है कि अयोध्या प्रधानमंत्री के दिल में बसती है। विहिप के संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेन्द्र जैन ने यहां कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर प्रधानमंत्री श्री मोदी के हृदय में बसा है। विश्व हिन्दू परिषद और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास तो अपना काम कर ही रहा है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने भी अयोध्या के विकास की बृहद योजना बनायी है।

डॉ. जैन ने कहा कि अयोध्या भारत की सांस्कृतिक राजधानी रही है। संपूर्ण देश के लोगों को अयोध्या आकर ऐसा महसूस होगा मानो वे अपने घर आये हैं। विश्व भर के लोगों को भी अयोध्या में भारतीय संस्कृति के आधारभूत मूल्यों के दर्शन होंगे। वहां जो भी आयेगा, हरेक को कोई ना कोई प्रेरणा अवश्य मिलेगी।


उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म निरंतर विकासशील धर्म है। इसलिये युवाओं को भी यह धर्म स्वाभाविक रूप से आकर्षित करता है। अयोध्या का विकास अध्यात्म को और आगे ले जाएगा। भगवान राम की जन्मस्थली से विश्व का ऐसा अनूठा संदेश जाएगा। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास पर भूमि घोटाले के आरोपों को लेकर पूछे जाने पर विहिप नेता ने कहा कि चोर साहूकार पर आरोप लगाये तो उसका मतलब होता है कि वह अपनी चोरी को ढकने का प्रयास कर रहा है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में करोड़ो रुपये का अनाज, ऑक्सीजन, वैक्सीन हर जगह घोटाला किया है। वह अपने अपराधों को छिपाने के लिए आरोप लगा रही है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जमानत पर है। उनके आरोपों में कोई दम नहीं है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि शिलान्यास के बाद प्राप्त धन में घोटाले के आरोप थे तो उस समय की सरकारों ने जांच क्यों नहीं करायी। आरोप लगाने वालों ने श्रीराम के अस्तित्व को नकारा था और उच्चतम न्यायालय में भी मामले को लटकाने की कोशिश की थी।जम्मू कश्मीर के हालात की चर्चा करते हुए डॉ. जैन ने कहा कि घाटी के नागरिक केन्द्र सरकार से बहुत खुश हैं। उन्हें लगता है कि अनुच्छेद 370 एवं 35 ए की आड़ में उन्हें लूटा गया। अब उन्हें विकास के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अब 370 की कभी वापसी नहीं होगी। जम्मू कश्मीर में आने वाला समय राष्ट्रवादियों का होगा, अलगाववादियों का नहीं।

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