फाइनेंस कम्पनी के प्रबंधक ने हड़पे 6.42 लाख के जेवर, पुलिस जांच में जुटी
कुशीनगर : जिले के कसया में स्थित मणाप्पुरम फाइनेंस कम्पनी के प्रबन्धक पर फर्जीवाड़ा कर एक ग्राहक के गिरवी सोने पर दूसरे व्यक्ति के नाम पर लोन कर धनराशि आपस में बांट लेने का आरोप लगा है। पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत पुलिस में कर जेवरात दिलाने की गुहार लगाई है। पुलिस ने फाइनेंस कम्पनी के पूर्व व वर्तमान प्रबन्धक को सभी दस्तावेजों समेत थाने में तलब किया है। मामला 418.500 ग्राम गिरवी सोना के बदले दिये गए 6.42 लाख ऋण के पूर्ण जमा होने के बावजूद सोना वापस न कर पुनः प्रबन्धक द्वारा उसी सोना पर दूसरी महिला को 6.43 लाख का फर्जी ऋण दिए जाने से सम्बंधित है। कसया के बापूनगर वार्ड की निवासी विजय मद्धेशिया की पत्नी पूजा ने 30 अगस्त, 16 को फाइनेंस कम्पनी में ब्रेशलेट, हार, मनगलसूत्र, अंगूठी, बाली, झुमका बंधक रख 6.42 लाख ऋण लिया था। पूजा के अनुसार ऋण ब्याज सहित जमा भी कर दिया गया। नियमतः प्रबन्धक को सोना वापस कर देना चाहिए था। पर प्रबन्धक सोना देने में हीलाहवाली करते रहे। बहुत प्रयास के बाद 27 अक्टूबर, 18 को खाता का स्टेटमेंट दिया तो पता चला कि गिरवी सोने के बदले कुछ लोगों ने अभिलेखों में हेराफेरी कर व फर्जी हस्ताक्षर बनाकर और दूसरी महिला का फोटो लगाकर पुनः 6.43 लाख का ऋण लिया है। सोने के जेवर की निकासी भी हुई है। जेवर भी बदले गए और वजन भी बदलता रहा है। जेवरात के बाबत कई ऋण खाते भी बनाए गए हैं। मामले में फाइनेंस कम्पनी के प्रबन्धक अखिलेश गुप्ता, पूजा के फर्म शिप्रा ट्रेडर्स के मुनीब विवेक ओझा और उसकी पत्नी रानी ओझा आरोपित किये गए हैं। कोतवाल सुशील शुक्ल ने बताया कि तहरीर मिली है। मामले की जांच की जा रही है। फाइनेंस कम्पनी के आरोपित प्रबन्धक को तलब किया गया है। यदि महिला के साथ धोखाधड़ी हुई है तो सभी सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।