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बिहार और असम के 25 जिलों में बाढ़, 14 लाख लोग प्रभावित, अब तक सात की मौत

असम में लगातार जारी बारिश के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेश के 25 जिलों में 14 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। शनिवार को तीन और लोगों की मौत के साथ ही बारिश और बाढ़ के चलते राज्य में नौ लोग जान गवां चुके हैं। इस बीच, असम के सीएम सर्वानंद सोनोवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हालात की जानकारी दी। शाह ने एनडीआरएफ सहित सभी एजेंसियों को बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

सोनोवाल ने बताया कि निगरानी और हालात से निपटने के लिए सभी जिलों में 24×7 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। राज्य में 14 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। सबसे बुरी स्थिति बारापेटा जिले की है जहां 5.22 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। एनडीआरएफ और एडीआरएफ ने चौबीस घंटे में 848 लोगों को सुरक्षित बचाया है। राज्य सरकार के मुताबिक 2,168 गांव डूब चुके हैं और 51 हजार हेक्टेयर से ज्यादा फसल तबाह हुई है। 21 जिलों में 234 राहत केंद्र बनाए गए हैं।

गृह मंत्री ने ली बैठक, हाई अलर्ट
असम, मेघालय सहित पूर्वोत्तर और बिहार में बाढ़ से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बैठक ली। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि एनडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियों और अधिकारियों को किसी भी हालात से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। गृह मंत्री ने राज्यों को हर मदद मुहैया करने के निर्देश दिए हैं। प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की 73 से ज्यादा टीमें तैनात हैं। जरूरत पड़ने पर टीमें बढ़ाई जाएंगी।

बिहार- नेपाल में भारी बारिश, कोसी बैराज के 41 गेट खोले

उत्तर बिहार व सीमावर्ती नेपाल में पांच दिन से हो रही बारिश के कारण आधा दर्जन जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। नेपाल में नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। शनिवार को कोसी बैराज के 56 में से 41 गेट खोलने पड़े। इससे बिहार में हालात और बिगड़ने की आशंका है। नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से शनिवार शाम तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है।

बिहार के प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन प्रत्याय अमृत ने बताया, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया और फारबिसगंज में बाढ़ का खतरा है। गंगा, गंडक और सोन नदी में पानी उफान पर है।

मौसम विभाग ने पांच दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मधुबनी के जयनगर प्रखंड में कमला नदी का पानी पुल के ऊपर बहने पर उसे बंद कर दिया गया। बागमती नदी का का तटबंध टूटने से दर्जनों गांवों में पानी घुस गया। हजारों हेक्टेयर फसल तबाह हो गई। मधुबनी के सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद कर दी गई है। शिक्षण संस्थान 20 जुलाई तक बंद रहेंगे। मोतीहारी में धारा 144 लागू है।

दार्जिलिंग-सिक्किम से सिलीगुड़ी के बीच सड़क बंद
कोलकाता। भारी बारिश से उत्तर बंगाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन के चलते दार्जिलिंग और सिक्किम से सिलीगुड़ी के बीच नेशनल हाईवे-10 ठप हो गया है। पटरियां धंसने और जलदापाड़ा अभयारण्य में पानी भरने से न्यू जलपाईगुड़ी से अलीपुरदुआर के बीच ट्रेन बंद कर दी गई हैं। ट्रेनों को कूचबिहार होकर चलाया जा रहा है।

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