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बेहतर वित्तीय स्वतंत्रता के लिए जरूरी है प्लानिंग

उचित आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से एक व्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की प्रक्रिया है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के वित्तीय लक्ष्य भिन्न-भिन्न होते हैं जैसे कि घर खरीदना, अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बचत, सेवानिवृत्ति की योजना या किसी विदेशी यात्रा की योजना, लेकिन बुनियादी सिद्धांत और प्रक्रिया लगभग सभी के लिए समान रहती है ।

बेहतर वित्तीय स्वतंत्रता के लिए जरूरी है प्लानिंग

आर्थिक प्रबंधन हर व्यक्ति के जीवन की वित्तीय स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण है और इसके फायदे निम्नलिखित है। फाइनेंशियल प्लानिंग आपके वित्तीय निर्णयों को दिशा और अर्थ प्रदान करती है। यह आपको और आपके परिवार को किसी भी अदृश्य या वित्तीय आपदाओं से बचाता है।

इससे प्रभावित होते हैं जीवन के अन्य क्षेत्र
यह आपको समझने में मदद करता है कि आपके द्वारा लिए गए प्रत्येक वित्तीय निर्णय से आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, आपके एक विशेष निवेश उत्पाद खरीदने से आप अपनी गिरवी रखी वस्तु का भुगतान करने में मदद कर सकते हैं या इससे आपकी सेवानिवृत्ति में काफी देरी हो सकती है।

आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग के पूरे हिस्से को एक रूप में देखकर अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों के छोटे और दीर्घकालिक प्रभावों पर विचार कर सकते हैं। आप आसानी से अधिक सुरक्षित और अनुकूलित तरीके से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है।

फाइनेंशियल प्लानिंग के माध्यम से आप अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का आंकलन, आपके भविष्य के लक्ष्य और उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आवश्यक चरणों का सरल लेखा – जोखा बना सकते है। इसके लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने पड़ेंगेः-

  • उचित वर्तमान वित्तीय जानकारी इकट्ठा करना
  • जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित करना
  • वर्तमान वित्तीय और भविष्य की जरूरतों का मूल्यांकन करना
  • एक्शन प्लान बनाना
  • योजना को कार्यान्वित करना
  • समय-समय पर योजना की निगरानी और समीक्षा करना
अपने फाइनेंशियल प्लान को प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखिल चीजों को खास ध्यान रखें :
  • आपके वित्तीय लक्ष्य आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार हो।
  • अगर लक्ष्य काल्पनिक होगें तो फाइनेंशयल प्लान कारगार नहीं होगा।
  • आपके वित्तीय लक्ष्यों को आपके जीवन के अन्य और पहलुओं पर क्या प्रभाव पढ़ेगा उसका सही मुल्यांकन करें।
  • समय-समय पर अपनी वित्तीय स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करें
  • जितनी जल्दी हो सके प्लान बनाना शुरू करें
  • जितनी जल्दी हो सके आप अपने व्यावसायिक जीवन में बचत करना शुरु करें
  • अपने खर्चों को समझदारी से विनियमित करें, खर्चों को पूरा करने के लिए आय बढ़ाने से पहले अपने खर्चों की योजना बनाना बेहतर होगा क्योंकि यह आपके हाथ पर अधिक नियंत्रित है।
  • अपने कैश फ्लो का सही इस्तेमाल करें
  • बुद्धिमता करते हुए अपने ऋण का प्रबंधन करें
  • अपने वित्तीय रिस्क को पूरी तरह कवर करें
फाइनेंशियल प्लानर की लें मदद

वित्तीय नियोजन का मतलब केवल निवेश योजना, सेवानिवृत्ति योजना या कर योजना नहीं है, यह पूरे जीवन में आपके पूरे वित्तीय स्थिति को कवर करने वाली एक सतत प्रक्रिया है। कुछ पर्सनल फाइनेंस वेबसाइट, पत्रिकाएं या स्वयं सहायता किताबें आपको अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बनाने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, आप एक पेशेवर फाइनेंशयल प्लानर की सुविधायें लें तो आपका फाइनेंशयल प्लान ज्यादा प्रभावी होगा।

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