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शराब की दुकानों के बाहर लम्बी कतार, कोई बोरी लेकर पहुंचा तो कोई बड़े बैग

लखनऊ : बीते 24 मार्च से लम्बे लॉकडाउन के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खोलने का बड़ा असर देखने को मिला। करीब 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग काफी पहले ही पहुंच गए। राजधानी लखनऊ के साथ प्रदेश के अन्य शहरों में भी शराब की दुकानें खुलने से पहले ही उनके बाहर काफी लम्बी लाइनें लग गई। इस दौरान कई जगह पर तो फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ रही हैं। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं, माना जा रहा है कि यह सभी लोग स्टॉक करने की योजना में लगे हैं।

लॉकडाउन 3.0 आज के लागू हो गया है। इसके तहत कुछ शर्तों के साथ रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन में सुबह दस बजे से शाम के साथ बजे तक शराब की दुकानें खोलने का प्रावधान भी है। सोमवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ अन्य शहरों में भी सुबह दस बजे से ही शराब की दुकानें खोली गई हैं। इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। अधिकांश जगह पर तो लोग नौ बजे से ही लाइनों में लग गए थे। प्रयागराज सोमवार को शराब दुकान खुलते ही दुकानों पर शौकीनों की भीड़ लग गई।”

शराब दुकानेें खुलते ही कई जगह फिजिकल डिस्टेंसिंग धड़ाम हो गई। तमाम दुकानों के बाहर गोल घेरा बनाकर दो गज की दूरी के नियम का पालन भी किया गया। सोहबतियाबाग, अलोपीबाग, जानसेनगंज, मेडिकल चौराहा जैसे कई मुहल्ले में सुबह 10 बजे ही शराब दुकान खुल गई, जिससे वहां खरीदने वालों की भीड़ जमा हो गई। जबकि सिविल लाइंस, जार्जटाउन जैसे पॉश इलाके में दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का लोगों ने पालन किया। लखनऊ में पॉलिटेक्निक चौराहे पर सीओ उमेश द्विवेदी को फोर्स के साथ पहुंचना पड़ा। इसके साथ ही लखनऊ के चारबाग पान दरीबा, अलीगंज, गोमतीनगर, महानगर व ठाकुरगंज में सुबह से ही शराब की दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई। लोग शराब की दुकान खुलने से पहले खड़े थे। यहां पॉलिटेक्निक चौराहे पर दुकान खुलने का इंतजार कर रहे लोगों से जब नहीं रहा गया तो आबकारी विभाग की टीम से ही अनुरोध करने लगे। सभी जगह पर दुकानों के बाहर फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनाए गए थे।

लखनऊ के साथ ही रेड जोन में शामिल मेरठ में भी काफी भीड़ देखी गई। बागपत में भी लोग सुबह से ही लंबी लाइनों में लगे थे। यहां के खेकडा पाठशाला बस स्टैंड पर शराब के ठेके पर लोग दुकान खुलने से पहले ही पहुंचे हुए थे।इस दौरान कई जगह पर लोग बिना मास्क के भी देखे गए। लखनऊ के मामा चौराहे पर तो ड्यूटी में लगे काफी पुलिसकर्मी ही बिना मास्क के थे। लम्बे अंतराल के बाद खुशी शराब की दुकानों के बाहर लम्बी कतारें हैं। कई शहरों में तो दुकान खुलने का समय सुबह सात से दस या फिर सात से 12 बजे निर्धारित किया गया है। वहां पर काफी भीड़ हैं। लोग अब तो शराब को स्टॉक करने की जुगत में भी हैं। शराब की दुकानों के बाहर ऐसा नजारा दिख भी रहा है। यहां पर कोई बोरी लेकर पहुंचा है तो कोई बड़े बैग के साथ आया है। लखनऊ में एक शख्स के पास पैसे कम पड़ गए तो दूसरे आदमी को एटीम भेजकर पैसा निकलवाया और पांच हजार रुपया की शराब खरीदी। लखनऊ में तो भीड़ देखकर लगता है कि आज रिकार्ड बनेगा। यहां पर छह फिट की दूरी नहीं दिख रही है। जमकर फिजिकल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है। हापुड़ में शराब की दुकानों के बाहर सुबह से ही लम्बी लाइन लगी थी। यहां पर भीड़ इतनी थी कि फिजिकल डिस्टेंसिंग धज्जियां उड़ गईं। यहां पर जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े। लोग सुबह 6 बजे से ही शराब खरीदने के लिए लाइनों में लगे नजर आए। देर रात जिलाधिकारी ने अन्य सामानों की तरह ही सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में ढील देते हुए शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी। जिसके बाद लोगों का हुजूम शराब ठेकों की तरफ दौड़ा, इस दौरान पुलिस कहीं भी नजर नहीं आई। ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आए।

गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल पांच लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। इसके साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है। आज ठेकों के बाहर उमड़ी भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है। शराब की दुकानों के बाहर फिजिल डिस्टेंसिंग कही नजर नही आ रही है। ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकानों पर एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये गए है। यहां भी लेागों की भीड़ इकट्ठा दिखी। लोगों में शराब का स्टॉक करने की होड़ सी लगी है। लॉकडाउन के शराब खरीदते समय सरकार ने फिजिकल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने का निर्देश दिया है। लम्बे समय बाद मिली मुराद से शराख खरीदने वालों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि सरकार की एडवइजरी तार-तार हो रही है। सवेरे से ही लोगों का हुजूम शराब ठेकों की तरफ दौडऩे लग गया।

कई जगह ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आ रहे थे। इस दौरान पुलिस भी नजर नहीं आई। अब तो पुलिस की भी मजबूरी है वो शहर की व्यवस्था संभाले, कोराना संक्रमण से निपटे या शराबियों को नियम-कानून सिखाए। सरकार ने शराब के शौकीनों को एक और राहत देते हुए ऐलान किया है कि हर बोतल में दर्ज दामों से ज्यादा पैसे वसूलने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई होगी। यह अलग बात है कि कई जगहों पर ठेकेदार कोविड फंड के नाम पर ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं।”

लम्बे समय के अंतराल के बाद खुल रही शराब की दुकानों पर निर्धारित मूल्य से अधिक दाम वसूलने की आशंका भी बढ़ गई है। आबकारी विभाग ने ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी निर्देश दिया है। इसको लेकर आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद ने प्रदेश के सभी संयुक्त आबकारी आयुक्त, उपायुक्त और जिला आबकारी अधिकारियों को एक पत्र भेजा है। जिसमें एक लंबे समय के बाद शराब की दुकानें खुलने से मांग के मुताबिक मात्रा और ब्रांड की कमी के चलते निर्धारित मूल्य से अधिक पर शराब बेचे जाने की संभावना जताई है। ऐसा होने से विभाग और सरकार की छवि धूमिल होने के चलते इसे तत्काल रोकने के लिये न सिर्फ ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। सरकार ने ओवर रेटिंग की मुख्यालय स्तर पर शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का दावा किया है।

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