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शिवसेना से बढ़ती तल्खी के बीच भाजपा ने राज ठाकरे के लिए खोले द्वार !

raj_thackeray_bjp_neet_2016517_15350_17_05_2016मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज ठाकरे के बीच प्रदेश के मेडिकल छात्रों को लेकर हुई बातचीत शिवसेना को सतर्क करने वाली है जिसकी पहले से ही भाजपा से तल्खी चल रही है। महाराष्ट्र कॉमन एन्ट्रेंस टेस्ट (एमसीईटी) की तैयारी में लगे छात्रों को अब नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) भी देना होगा और इसी को लेकर छात्रों के अभिभावकों ने सोमवार को राज ठाकरे से मुलाकात की।

मुबंई मिरर की खबर के अनुसार, इस मामले पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पीएम मोदी से बात कर छात्रों को होने वाली परेशानियों के बारे में अवगत कराया। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों को अब राष्ट्रीय स्तर की एक ही परीक्षा देनी होगी। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल राज ठाकरे का फोन रिसीव किया बल्कि राज ठाकरे की बातों को गंभीरता से सुना भी।

इस घटना को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और भाजपा में नजदीकी के तौर पर देखा जा रहा है और आने वाले नगर निकाय चुनावों के कारण इसका महत्व और भी बढ़ गया है। हालाकि विश्लेषकों का मानना है कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी की दोनों में कोई दोस्ती होने जा रही हैं लेकिन यह भी सच्चाई है कि भाजपा और शिवसेना के बीच संबंध मधुर नहीं हैं।

एक वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक का मानना है, ‘शिवसेना सोचती है कि उसके लिए मुंबई महत्वपूर्ण है। वह मुंबई को जीतना चाहती है। मोदी और राज ठाकरे के बीच फोन पर हुई बातचीत उसी रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है जिसमें कहा जाता है कि एमएनएस हमेशा भाजपा के प्लान बी का हिस्सा रही है।’

इस समय राज ठाकरे की पार्टी के कई कार्यकर्ता लगातार दल बदल रहे हैं। सभी नगर निकायों में मनसे की हालत खराब है। पिछले महीने ही मनसे के तीन पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए थे जबकि दो पार्षदों को हाल में ही क्रॉस वोटिंग के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। बीएमसी में अब मनसे के पास केवल 22 पार्षद बचे हैं।

सूत्रों के अनुसार, राज ठाकरे ने मोदी को बताया कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहे हजारों छात्र आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, ‘यदि मोदी ने कदम तुरंत नहीं उठाया तो उनकी हालत राज्य के किसानों की तरह हो जाएगी।’

पिछले महीने नासिक में हुई मनसे की बैठक के दौरान राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा था, ‘अप्रैल के बाद कोई चमत्कार होगा। मैं अपना काम कर रहा हूं, आप अपना काम करो।’ हालांकि पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत को चमत्कार नहीं कहा जा सकता।

 
 

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