सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर में छिपकर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इंदौर : सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर वाले चार पहिया गाड़ी में छिपकर उत्तर प्रदेश जा रहे 14 प्रवासी मजदूरों समेत 18 लोगों को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में ट्रैफिक पुलिस ने शनिवार को रोक लिया। इन्हें शेल्टर होम में भेजा गया है। ट्रैफिक पुलिस के सूबेदार (उपनिरीक्षक स्तर का पुलिस अधिकारी) अमित कुमार यादव ने समाचार एजेंसी “पीटीआई” को बताया कि इंदौर शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर पंथ पिपलई गांव में नियमित जांच के दौरान सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर वाले ट्रक को रोका गया। उन्होंने बताया, “संदेह होने पर जब हमने सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर के खुले ढक्कन से झांक कर देखा, तो इसमें एक साथ 18 लोगों को पाकर हमारी आंखें खुली की खुली रह गयीं। इनमें 14 प्रवासी मजदूर और ट्रक मालिक के चार कर्मचारी शामिल हैं। यादव ने बताया, “शुरुआती पूछताछ में मजदूरों ने बताया कि वे मूलत: यूपी के रहने वाले हैं और लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र में कल-कारखाने बंद होने के चलते उनके सामने पिछले कई दिन से आजीविका का संकट था। इसलिए वे किसी भी तरह लखनऊ पहुंचना चाहते थे।” सूबेदार ने बताया कि मजदूरों के मुताबिक वे सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर में छिपकर शुक्रवार को महाराष्ट्र से रवाना हुए थे। गौरतलब है कि शुक्रवार को देशदुनिया में मजदूर दिवस मनाया गया था। यादव ने बताया कि मजदूरों को फिलहाल शेल्टर होम में भेजा गया है।
डॉक्टरों की टीम बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है। उन्हें उत्तरप्रदेश भेजने के लिये बस की व्यवस्था भी की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन कर मजदूरों को ले जा रहे वाहन को जब्त करते हुए इसके चालक पर संबद्ध धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच, मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें प्रवासी मजदूर पुलिस के कहने पर सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर के छोटे-से ढक्कन से सिलसिलेवार तौर पर बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं। चश्मदीदों का कहना है कि मजदूरों को बाहर निकलते देख सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीमेंट-कांक्रीट मिक्सर में छिपकर बैठने के दौरान उन्हें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा होगा।