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सोडा यानी स्पार्कलिंग वॉटर लाएगा आपकी त्वचा पर बेहिसाब निखार…

लगातार बढ़ते प्रदूषण और खराब होते पर्यावरण का असर सबसे ज़्यादा त्वचा पर होता है। आपकी स्किन सारा दिन प्रदूषण के अलावा मैकअप को भी झेलती है। दुआं, धूल और मैकअप आपकी स्किन के पोर्स तक जाता है, जिसे साफ करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए सभी की कोशिश होती है कि उन्हें कोई ऐसी चीज़ मिले जिससे घर पहुंचने पर स्किन को पूरी तरह से साफ किया जा सके।

इसी समस्या को देखते हुए ब्यूटी इंडस्ट्री ने भी कई तरह के प्रोडक्ट्स लॉन्च किये। मिसेलर वॉटर  से लेकर जड़ी बूटियों से बना क्लिंसिंग वॉटर (Cleansing water). इस दुनिया में आए दिन सुंदरता को लेकर कई तरह के एक्पेरिमेंट्स होते रहते हैं। ऐसे ही एक एक्सपेरिमेंट में सोडा या स्पार्कलिंग वॉटर के इस्तेमाल को लाभदायक बताया जा रहा है।

इस प्रथा की जड़ें जापान से आती हैं, हालांकि, कोरिया में इसे त्वचा के लिए बेहद कारगर माना गया। दमकते और साफ त्वचा पाने की हसरत वालों ने अपने चेहरे को सोडा से धोना शुरू कर दिया। पानी की बजाय सोडे से चेहरा धोने से आपके पोर्स में जमी गंदगी और तेल भी साफ हो जाती है।

इस सोडे को शीट मास्क, टोनर और ऐसे ही कई तरह के प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। हालांकि, आप खुद भी घर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

त्वचा के लिए कितना फायदेमंद है सोडा
भारत के टॉप स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि मुंह धोने के लिए पानी की जगह सोडा आपकी त्वचा को गहराई से साफ करेगा और पोर्स में फंसी गंदगी को भी साफ करेगा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नल के पानी की तुलना सोडा का पीएच लेवल (pH level) 5.5 होता है, जो हमारी त्वचा के पीएच लेवल से करीब है। इसके अलावा सोडा में कार्बन डाइऑक्साइड मौजूद होता है जो त्वचा में रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे आपकी स्किन चमकती है और हेल्दी भी दिखती है।

लेकिन सावधान नुकसान भी हो सकता है
इस बात में कोई शक नहीं है कि सोडा वॉटर नल के पानी की तुलना बेहतर काम करता है लेकिन इस बात का ध्यान रखने की ज़रूरत है कि आप किस तरह के सोडा का इस्तेमाल कर रही हैं। मार्केट में उपलब्ध कुछ सोडा वॉटर में कई तरह के केमिक्लस मिले होते हैं जो आपकी त्वचा को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। सोडा वॉटर लेते समय ध्यान रखें कि उसमें कैल्शियम, ज़िंक और मैगनेशियम जैसे मिनर्ल्स ज़रूर मौजूद हों।

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