अद्धयात्म

हाथ में पूजा का लाल धागा बांधने से होते है बहुत चमत्कारिक फायदे, जानिए

हिन्दू धर्म में हर अनुष्ठान में मौली बांधने का महत्व है जिसे कलावा भी कहा जाता है मौली बांधने के धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व है हिन्दू धर्म में इसे रक्षा के लिए बांधा जाता है।

ऐसा माना जाता है की मंत्रो द्वारा अभिमंत्रित कर कलावा धारण किया जाए तो हर प्रकार के अनिष्ठों से रक्षा होती है मौली का शाब्दिक अर्थ है’ सबसे ऊपर ‘शास्त्रों में कहा गया है मौली बांधने से त्रिदेव यान ब्रह्मा, विष्णु, महेश और तीनों देवियों मां पार्वती, मां लक्ष्मी और माता सरसस्वती का आशीर्वाद एक साथ मिल जाता है।

मौली बांधने के कुछ वैज्ञानिक महत्व भी है मौली कलाई पर बाँधी जाती है शरीर विज्ञानं के अनुसार इससे त्रिदोष ,पित और कफ का संतुलन बना रहता है।

मौली बांधने से ब्लड प्रेशर ,हार्ट अटेक ,डाइबिटीज और लकवा जैसे रोगो से बचाव किया जा सकता है परुषो और अविवाहित लड़कियों के दाए हाथ में और विवाहित स्त्रियों के बाये हाथ में मौली बाँधी जाती है।

कुछ पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के वामन अवतार ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधी था उसके बाद ही उन्हें पाताल जाने का आदेश दिया था।

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