लखनऊ

हिन्दी सप्ताह के अवसर पर आर्यकुल में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन

लखनऊ। बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेजेज में हिन्दी दिवस सप्ताह पर कई कार्यक्रमों को आयोजित किया गया। इस सप्ताह में कालेज के बीफार्मा, एमफार्मा, बीजेएमसी, एमजेएमसी, बीटीसी, बीएड, एमबीए, बीबीए के सभी छात्राओं ने खुलकर भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए कालेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है हमें इसका हमेशा सम्मान करना चाहिए। उन्होंने बच्चों से हिन्दी के गुण बताते हुए कहा कि अगर किसी को अच्छी हिन्दी आती है तो उसकी समाज में हर मंच पर मांग बढ़ जाती हैं क्योंकि आम बोल चाल की भाषा में तो सभी हिन्दी का प्रयोग कर लेते है पर वास्तविक हिन्दी का ज्ञान कुछ ही लोगों को होता है। हिन्दी भाषा अपने आप में समुद्र है जिसकी गहराई माप पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। अगर शिक्षा की बात करें तो बहुत कम लोग ही ऐसे होंगे जो सिर्फ और सिर्फ हिन्दी का प्रयोग करते होंगे हम आम बोल चाल की भाषा में जो हिन्दी का प्रयोग करते हैं उनमें अंगेजी शब्दों को भी शामिल कर देतेे हैं और उस शब्द की हिन्दी जानने की कोशिश नहीं करते इसलिए हिन्दी की शब्दावलियों की जानकारी अच्छी हिन्दी के लिए आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि विद्यार्थी जीवन में अच्छी हिन्दी की जानकारी होना एक अच्छे विद्यार्थी का मुख्य गुण है। इसी क्रम में शिक्षा एवं पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष सुश्री अंकिता अग्रवाल ने कहा कि हिन्दी दिवस प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को ही मनाया जाता है, हिंदी भाषा के इतिहासिक पलों को याद कर लोग इस दिवस को मनाते है। 14 सितम्बर 1949 को ही हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत की कार्यकारी और राजभाषा का दर्जा अधिकारिक रूप से दिया गया था और तभी से देश में 14 सितम्बर का दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। बच्चों को संबोधित करते हुए रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी ने कहा कि हिन्दी हमारी मातृ भाषा है, मात्र एक भाषा नहीं। अतः अपने देश को सफलता के शिखर तक पहुचाने के लिए अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के उत्थान हेतु प्रयास करने होंगे जिससे कि हम हिन्दुस्तानियों को हिंदी के बल पर बेहतर रोजगार के सुअवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि भारत में ज्यादातर लोग बातचीत करते समय हिंदी भाषा को ही प्रधानता देते है, बचपन से ही हमें अपने घरो में हिंदी भाषा का ज्ञान दिया जाता है। हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा में से एक है। हिंदी भाषा कई दुसरे देशो में भी बोली जाती है जैसे की पकिस्तान, नेपाल, मॉरिशस, बंगलादेश, सूरीनाम, इत्यादि। हिंदी एक ऐसी भाषा है जिसका उपयोग करोड़ों लोग अपनी मातृभाषा के रूप में करते है। इस पखवाड़े में बच्चों द्वारा वाद-विवाद प्रतियोगिता, हिन्दी पर निबंध लेखन, हिन्दी पर स्लोग्न, चार्ट प्रतियोगिता व कविता लेखन के पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें वाद-विवाद प्रतियोगिता में बीजेएमसी द्वितीय वर्ष के छात्र विवेक को प्रथम, बीएड की छात्रा शेफाली को द्वितीय व बीजीएमसी द्वितीय वर्ष के छात्र सचिन कुमार को तृतीय पुरस्कार दिया गया। कविता में बीटीसी प्रथम वर्ष की छात्रा निशी को प्रथम, बीजेएमसी द्वितीय वर्ष की छात्रा दीप्ती को द्वितीय व बीजेएमसी द्वितीय वर्ष की छात्रा हेमा को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। स्लोग्न प्रतियोगिता में दीप्ती बीजेएमसी को प्रथम, प्रियांशी मौर्या बीफार्मा को द्वितीय व बीजेएमसी की छात्रा आरती विश्वकर्मा को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। निबंध लेखन में बीजेएमसी की शिखा पटेल को प्रथम, बीटीसी की छात्रा निशी सिंह को द्वितीय, स्नेहा गोस्वामी व दीप्ती यादव को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी तरह हिन्दी की चार्ट प्रतियोगिता में एमजेएमसी की छात्रा गरिमा सिंह को प्रथम, बीजेएमसी की छात्रा अंजली मौर्या को द्वितीय व विवेक साहू को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। अन्त में कालेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने सभी बच्चों को इस पखवाड़े में सभी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए सराहना की और कहा कि हम सब सकल्प लें हिन्दी भाषा का प्रयोग करते रहेंगे। इन कार्यक्रमों में कालेज के सभी विभागों के स्टाफ उपस्थित रहे।

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