लॉकडाउन से कोरोना काबू में आ गया है लेकिन अनलाक की लापरवाही इसे और बढ़ा सकती है। पटना में आंकड़ों में हो रहे उतार चढ़ाव से संक्रमण का खतरा डरा रहा है। सरकार भी पटना के आंकड़ों को लेकर चिंतित है और रैंडम जांच कराई जा रही है। हालांकि गुरुवार को संक्रमण के नए मामलों से थोड़ी राहत दी है लेकिन जिस तरह से पटना के आंकड़े बढ़ घट रहे हैं वह परेशानी बढ़ा रहे हैं। राहत की बात यह है कि 24 घंटे में 212 नए मामले आए हैं जबकि 355 लोगों ने कोरोना को मात दी है।
जांच को लेकर नया निर्देश
पटना में आंकड़ों के उतार चढ़ाव को लेकर जांच का नया आदेश जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के आदेश में कहा गया है कि जहां संक्रमित पाए जा रहे हैं उसके आसपास के एरिया में लोगों की रैंडम जांच कराई जाए। पटना में 5 ब्लाक ऐसे हैं जहां यह व्यवस्था चलाई जा रही है। रैंडम जांच से संक्रमितों को डिटेक्ट करने का काम किया जा रहा है। फतुहा में पूरा टारगेट है क्योंकि इन क्षेत्र में मामले बढ़ रहे हैं।
विभाग ने दिया जांच बढ़ाने पर जोर
स्वास्थ्य विभाग ने जांच बढ़ाने पर जोर दिया है जिससेसंक्रमण का मामला डिटेक्ट हो जाए। 24 घंटे में कुल 107167 लोगों की जांच की गई है जिसमें 212 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिवआई है। अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 7,20,717 हो गई है जिसमें 7,08,586 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। मौत कर आंकड़ा अब 9,573 पहुंच गया है। 24 घंटे में 8 मरीजों की मौत हुई है। पटना में एक भी मरीज की मौत 24 घंटे में नहीं हुई है। बिहार में रिकवरी रेट 98.32% पहुंच गया है।
नए संक्रमण के टॉप 5 जिले
पटना – 39
सारण – 21
पूर्णिया – 17
दरभंगा – 16
मुंगेर – 10
अनलॉक में बड़ी चुनौती
अनलाक में कोरोना को कागू करना बड़ी चुनौती है। अगर लोगों ने सुरक्षा को लेकर ध्यान नहीं दिया तो आंकड़े तेजी से बढ़ेंगे। पटना में कई ऐसे बाजार हैं जहां हर दिन कोरोना की गाइडलाइन टूट रही है। भीड़ सामान्य दिनों की तरह है। धावा दल से लेकर अन्य सुरक्षा के इंतजाम सिर्फ दिखावे के हैं। यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। खेतान मार्केट, हथुआ मार्केट, बारी पथ, मछुआ टोली से लेकर एक दर्जन से अधिक प्रमुख बाजार हैं जहां लापरवाही कोरोना का खतरा बढ़ा सकती है। स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर बड़ी चुनौती मान रहा है।