आपने जिन ब्लड ग्रुप के बारे में अभी तक सुना होगा उनमें सिर्फ A,B, AB और O ब्लड ग्रुप हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इनके अलावा एक और ब्लड ग्रुप है जो दुनिया में सिर्फ 43 लोगों के पास है। इस ब्लड ग्रुप का नाम ‘Rh-null’ है। जिसे रिसस नेगेटिव भी कहते हैं।
सबसे रेयर लोगों का ब्लड ग्रुप होने के कारण इसे ‘गोल्डन ब्लड’ के नाम से भी जाना जाता है। जानिए इसमें सबसे अलग क्या है…
एक इंसान की बॉडी में एंटीजन के काउंट से उसके ब्लड ग्रुप के बारे में पता चलता है। अगर किसी कि बॉडी में ये एंटीजन कम होते हैं तो उसका ब्लड ग्रुप रेयर माना जाता है।
52 सालों में सिर्फ 43 लोगों के पास ही ये ब्लड ग्रुप मिला एंटीजन बॉडी में एंटीबॉडी बनाते हैं जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं। जिन लोगों के पास रिसस नेगेटिव ब्लड ग्रुप होता है वे लोगों को अपना ब्लड देकर उनकी जान बचा सकते हैं। बता दें पिछले 52 सालों में सिर्फ 43 लोगों के पास ही ये ब्लड ग्रुप मिला था। रिसस नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले, दुनिया में किसी भी ब्लड ग्रुप वाले को अपना ब्लड दे सकते हैं।
कैसी होती है लाइफ? रिसस नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले लोगों की लाइफ नॉर्मल लोगों जैसी ही होती है। लेकिन उन्हें अपना ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि इस ब्लड ग्रुप के डोनर मिलने में बहुत परेशानी आती है।