जीवाणुओं से हो सकता है हड्डी और जोड़ों में संक्रमण
बच्चों के गले में किसी खास जीवाणुओं की मौजूदगी से हड्डी और जोड़ों में संक्रमण हो सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जीवाणुओं के कारण बच्चों के चलने-फिरने पर तो बुरा प्रभाव पड़ ही सकता है, साथ ही साथ मौत का खतरा भी हो सकता है। एक नए अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के गले में पाए जाने वाला बैक्टीरिया ‘किंगेला किंगे’ हड्डियों एवं जोड़ों में होने वाले संक्रमण से जुड़ा है।
इससे पहले माना जाता था कि अधिकतर संक्रमण स्टेफेलोकोकस, स्ट्रेप्टोकोकस और हेमोफीलस इंफ्लूएंजा टाइप बी बैक्टीरिया की वजह से होता है। तब इनका इलाज लंबे समय तक एंटीबायोटिक चलाकर या सर्जरी से किया जाता था। पिछले कुछ साल में बेहद संवेदनशील तकनीकों के कारण इन संक्रमणों के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया की सटीक पहचान संभव हो सकी।
शोधकर्ताओं ने छह माह से चार साल तक के 77 बच्चों का अध्ययन किया। इन्हें हड्डी या जोड़ संक्रमण के संदेह के चलते भर्ती कराया गया था। इनमें से 65 बच्चों को पक्के तौर पर हड्डी या जोड़ों का संक्रमण था। उन्होंने पाया कि चार साल से कम उम्र के जिन बच्चों में हड्डी या जोड़ों का संक्रमण पाया गया था, उनमें से अधिकतर बच्चे किंगेला किंगे बैक्टीरिया से संक्रमित थे। कनाडा के मोंट्रियल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक जोसलेन ग्रेवल ने कहा कि सबसे अहम बात यह है कि हमने यह पता लगाया कि जिन बच्चों को हड्डी या जोड़ों का संक्रमण था, उनके गले में ये बैक्टीरिया मौजूद थे हालांकि संक्रमण से बचे हुए बच्चों (मात्र छह प्रतिशत) में यह बात सामान्य नहीं है।