मध्य प्रदेश

प्रदेश के हर गांव में किसान मित्र और किसान दीदी की होगी नियुक्ति

भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने बड़ी घोषणा की है। सीएम ने ऐलान किया है कि प्रदेश के हर गांव में एक किसान मित्र और एक किसान दीदी (Kisan Mitra Kisan Didi) होगी, उनको हम ट्रेंड करेंगे। ट्रेनिंग के बाद उन्हें निर्धारित मानदेय दिया जाएगा। इससे 5200 गांवों को लाभ मिलेगा।

आज 25 अप्रैल सोमवार को नीति आयोग द्वारा आयोजित ‘नवोन्वेषी कृषि’ पर राष्ट्रीय कार्यशाला में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन दिया और कहा कि हमने तय किया है कि हर 1 जिलों में कम से कम 100 गांव, ऐसे 52 जिलों के करीब 5200 गांव में खरीफ की फसल को प्राकृतिक खेती की ओर ले जाएंगे प्रदेश के हर गांव में एक किसान मित्र और एक किसान दीदी होगी, उनको हम ट्रेंड करेंगे। वह प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण देंगे। इस साल जून तक प्रदेश के 5200 गांवों में प्राकृतिक खेती शुरू कर देंगे।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि किसान मित्र और किसान दीदी प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण देंगे। इस साल जून तक प्रदेश के 5200 गांवों में प्राकृतिक खेती शुरू कर देंगे। यह पूर्णकालिक कार्यकर्ता पूरे ब्लॉक में प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग देकर किसानों को प्रेरित करने का काम करेंगे और जो किसान प्राकृतिक खेती करेंगे उन्हें गाइड करने का भी काम करेंगे।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में किसान प्राकृतिक खेती करते हैं। मैंने भी कुछ भाग में इसे करना प्रारंभ किया है। धरती को बचाने के लिए प्राकृतिक खेती आवश्यक है। प्राकृतिक खेती के लिए कृषि किट में 75% की राशि राज्य सरकार देगी। किसानों को प्राकृतिक खेती में भी सब्सिडी मिले,इसके लिए प्रयास करेंगे।मैं सभी किसान भाइयों से अपील करता हूं कि आइए प्राकृतिक खेती की तरफ अपने कदम मजबूती से आगे बढ़ाएं। हम प्राकृतिक खेती की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। निश्चित रूप से इस पर हम सफल होंगे।

गायों के लिए अनुदान

सीएम शिवराज ने कहा कि हम नर्मदा जी के दोनों तटों पर प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने का कार्य करेंगे। कार्यशालाओं का आयोजन कर किसानों को प्रेरित करेंगे। प्राकृतिक खेती के लिए देसी गाय आवश्यक है। किसानों को देसी गाय रखने के लिए ₹900 प्रति माह अनुदान के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे।अगर आप लोगों को उपदेश देते हैं तो अमल स्वयं से प्रारंभ करें, इसलिए मैंने स्वयं के खेत में पांच एकड़ में प्राकृतिक खेती शुरू की है, मैंने अपने मंत्री मित्रों से भी थोड़ी-थोड़ी जमीन पर प्राकृतिक खेती करने का आग्रह किया है।

सीएम शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का प्राकृतिक कृषि का विजन, धरती के संरक्षण का विजन है। यह धरती आने वाली पीढ़ियों के लिए भी रहने लायक बची रहे इसलिए मध्यप्रदेश ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ‘प्राकृतिक कृषि बोर्ड’ का गठन किया है। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि मध्य प्रदेश के प्रयास रंग लाए और सिंचाई का रकबा बढ़ा। विगत वर्ष कृषि का उत्पादन बढ़ा। हमने गेहूं के उत्पादन में पंजाब, हरियाणा को पीछे छोड़ दिया। लेकिन मुझे यह बताने में कोई संकोच नहीं है कि केमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग लगातार बढ़ता चला गया।

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