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महाराष्ट्र में सियासी उठापटक की बीच मध्य प्रदेश की खूब हो रही चर्चा

भोपाल : महाराष्ट्र में उठे सियासी संकट के बीच बार-बार मध्य प्रदेश का नाम सामने आ रहा है। महाराष्ट्र में शिवसेना के 35 विधायकों द्वारा बगावत कर सूरत जाने की बात सामने आई, इसके बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने इस घटनाक्रम पर बयान देते हुए कहा कि यह सब भाजपा करवा रही है। पहले मध्य प्रदेश में भी वो ऐसा करवा चुके हैं। उधर इस बीच ग्वालियर से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जब से सरकार बनी है तब से ही उसमें दरार है। महाराष्ट्र सरकार पर आए राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को मुंबई भेजने का फैसला लिया है। पार्टी ने उन्हें पर्यवेक्षक बनाया है। वे बुधवार को मुंबई पहुंचेंगे और राजनीतिक हालात का जायजा लेकर रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को देंगे।

महाराष्ट्र सरकार का पतन उनके कुनबे द्वारा ही होने वाला है : पवैया

महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस और शिवसेना ने मुह की खाई है, शिवसेना सरकार ने विधायकों का विश्वास खो दिया है। हम अपनी ओर से कुछ नहीं कर रहे, कुनबा उनका बिखर रहा है। यह बात महाराष्ट्र भाजपा के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने मंगलवार को कहीं। उन्होंने कहा कि अब महाराष्ट्र को हम राजनीतिक संकट में नहीं डालना चाहते हैं। महाराष्ट्र की सरकार का पतन अब उनके ही कुनबे के द्वारा होने वाला है। हम भी महाराष्ट्र में स्थिर सरकार के पक्ष में हैं।

यह है पूरा घटनाक्रम

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के प्रमुख दल शिवसेना के 35 विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बगावत कर सूरत पहुंच गए है। शिवसेना के नेता इन सभी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सभी का मोबाइल नाट रिचेबल आ रहा है। इसके बाद से महाराष्ट्र में सियासी संकट खड़ा हो गया है। महाविकास अघाड़ी सरकार के प्रमुख के प्रमुख नेताओं उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने आपात बैठक बुलाई और संजय राउत भी दिल्ली का दौरा छोड़कर वापस मुंबई पहुंचे।

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