नई दिल्ली : तत्कालीन उपराष्ट्रपति रहे हामिद अंसारी के निमंत्रण पर पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के सनसनीखेज दावे के बाद भारत में इस पर बवाल मचा हुआ है। खुद हामिद अंसारी की सफाई के बाद अब कांग्रेस ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी नेता जयराम रमेश ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सार्वजनिक बहस को खत्म करने और झूठ के अपने पेटेंट ब्रांड को फैलाने के लिए जिस स्तर तक गिरेंगे, वह चौंका देने वाला है।
दरअसल, कांग्रेस के महासचिव और संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने अपने एक बयान में आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री और उनके पार्टी सहयोगियों द्वारा सार्वजनिक संवाद का स्तर गिराने और झूठ को विस्तारित करने के लिए हो रहे प्रयास शर्मनाक हैं। यह रवैया मानसिक बीमारी और सत्यनिष्ठा के दिवालियापन को भी दर्शाता है। इतना ही नहीं कांग्रेस की तरफ से यह भी कहा गया है कि 11 दिसंबर, 2010 को नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और मानवाधिकारों पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में सभी तथ्य पहले से ही सार्वजनिक पटल पर हैं। भाजपा प्रवक्ता का दुष्प्रचार सबसे निम्न स्तर का चरित्र हनन है। इससे पहले पूरे मामले पर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी चुप्पी तोड़ी।
अपने बयान में अंसारी ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने कभी नुसरत मिर्जा को भारत बुलाया और न ही वह उनसे मिले। अंसारी ने कहा कि मीडिया का एक धड़ा और भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता मेरे बारे में झूठ फैला रहे हैं कि उपराष्ट्रपति रहते हुए मैंने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को बुलाया था। सभी जानते हैं कि सरकार की सलाह पर ही विदेशी एक्सपर्ट्स को बुलाया जाता है।
उन्होंने बयान में कहा कि मैंने 11 दिसंबर 2011 को आतंकवाद पर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया था। जिन लोगों को बुलाया गया था उनकी लिस्ट आयोजकों द्वारा ही बनाई गई थी। मैंने न तो उन्हें कभी बुलाया और न ही मुलाकात की।