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कांच के ढेर पर लेटकर कांवड़ यात्रा, 15 किलोमीटर में एक भी खरोंच नहीं

नई दिल्ली ; देश में इन दिनों कावंड़ियों की धूम है। सावन के महीने में सड़कों पर कावड़ियों की भीड़ नजर आ रही है। इस दौरान उनकी भक्ति के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। इसी बीच दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा से एक कांवड़िए की शिवभक्ति देश भर में वायरल हो रही है। इस शख्स कांच के टुकड़ों पर लेटकर अपनी कांवड़ यात्रा पूरी कर रहा है। लोग इसे देखकर हैरान हैं। दरअसल, यह घटना ग्रेटर नोएडा के घोड़ी बछेड़ा गांव के रहने वाले सुभाष रावल से जुड़ी है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक सुभाष नाम का यह कांवड़िया गोमुख से कांवड़ लेकर चले हैं। उत्तराखंड के गोमुख से गंगाजल उठाकर उन्होंने पिछले सप्ताह पैदल कांवड़ यात्रा शुरू की थी। सोमवार को वह दादरी के चिटहेड़ा गांव के शिव मंदिर पर पहुंच गए और यहां से उन्होंने एक अनोखी तरह की कांवड़ यात्रा की शुरुआत की।

इस दौरान सुभाष ने कांच की बोतलों को तोड़ा और उसका ढेर बनाकर उस पर लेटकर यात्रा की शुरुआत कर दी। इस दौरान उनके आसपास डीजे पर भगवान के शिव के गाने बज रहे हैं। वो इसकी धुनों पर कांच पर आगे बढ़ रहे हैं। हैरानी की बात यह भी है कि उन्हें एक खरोंच तक नहीं आई है। कांवड़ यात्रा जहां से भी गुजर रही है, वहां लोगों की भीड़ जुट रही है।

कांवड़िए की इस अनोखी यात्रा के बारे में बताया गया कि वह करीब पंद्रह किलोमीटर की दूरी को अर्धनग्न अवस्था में टूटे हुए कांच पर लेटकर ही तय करेंगे। उन्होंने 62 कांच की बोतलों को तोड़कर एक चादर में जमा किया है और उनके साथ के लोग हर 20 मीटर पर कांच से भरी चादर को सड़क पर बिछा देते हैं, इसके बाद वे उसी के सहारे आगे बढ़ रहे हैं। फिलहाल इस यात्रा को देखकर लोग हैरत में हैं क्योंकि कांवड़िए को चोट भी नहीं लग रही है। उसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसके अलावा कई हिस्सों में भी इस यात्रा की धूम है। अयोध्या समेत तमाम जगहों पर कांवड़ और कांवड़ियों के अनोखे रंग दिख रहे हैं। कई जगहों पर तो इस यात्रा में शिवभक्ति के साथ देशभक्ति भी नजर आ रही है।

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