नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली में तांत्रिक क्रिया के बाद एक परिवार ने अपने घर में काम करने वाली घरेलू सहायिका को निर्वस्त्र कर बंधक बनाया और उसकी जमकर पिटाई की। आरोपियों ने घर में 10 माह पहले हुई चोरी का पता लगाने के लिए तांत्रिक को बुलाया था। तांत्रिक क्रिया के बाद तांत्रिक ने पीड़ित महिला को चोरी के लिए दोषी ठहराया था।
वहीं, पीड़िता के परिजनों ने पुलिस पर हल्की धाराओं में केस दर्ज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने महिला को निर्वस्त्र कर बंधक बनाया। जिसके चलते उसने आत्महत्या का प्रयास किया और पुलिस ने हल्की धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 43 वर्षीय पीड़िता अपने परिवार के साथ अंसल विला, सतबारी स्थित एक कोठी में रहती है। यहां वह पिछले दो साल से बतौर घरेलू सहायिका का काम कर रही है।
इसी कोठी में करीब 10 माह पहले चोरी हुई थी। नौ अगस्त को मालकिन ने एक तांत्रिक को बुलाया। तांत्रिक ने क्रिया शुरू की और मालकिन को चावल और चूना देकर सभी घरेलू सहायकों को खिलाने के लिए बोला। तांत्रिक ने कहा कि इसे खाने के बाद जिसका मुंह लाल हो जाएगा वही चोर होगा।
चावल खाने के बाद पीड़िता का मुंह लाल हो गया। इसके बाद मालकिन ने उसे पीटना शुरू कर दिया। निर्वस्त्र कर उसे एक कमरे में 24 घंटे से ज्यादा बंधक बनाकर पीटा। पीड़िता ने 10 अगस्त की शाम को आरोपियों से शौच करने के बहाने अपने कपड़े मांगे और बाथरूम में गई। जहां उसने चूहे मारने की दवा खा ली। तबीयत खराब होने पर उसने बताया कि उसने परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए जहर खाया है। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने होश में आने पर पीड़िता के बयान लिए और 11 अगस्त को केस दर्ज कर लिया।