नई दिल्ली : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य में 45 से 60 वर्ष की आयु के अविवाहित लोगों के लिए एक पेंशन योजना शुरू करने की योजना बना रही है। करनाल जिले के कमलपुरा गांव में ‘जन संवाद’ कार्यक्रम के दौरान 60 वर्षीय एक अविवाहित व्यक्ति की पेंशन संबंधी शिकायत का जवाब देते हुए मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “राज्य सरकार जल्द ही अविवाहित लोगों के लिए एक पेंशन योजना शुरू करने की योजना बना रही है।”
उन्होंने कहा, “सरकार एक महीने के भीतर इस योजना पर फैसला कर लेगी।” हालांकि, अभी तक आधिकारिक आंकड़ा नहीं जारी किया गया है लेकिन कहा जा रहा है कि बीजेपी सरकार की इस योजना से राज्य के के करीब दो लाख लोगों को लाभ मिल सकेगा। बता दें कि हरियाणा सरकार पहले से ही राज्य के वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं, दिव्यांगों, बौनों और ट्रांसजेंडरों को पेंशन वितरित कर रही है। कार्यक्रम में सीएम खट्टर ने वृद्धावस्था पेंशन में 250 रुपये की बढ़ोतरी कर इसे 3,000 रुपये प्रति माह करने की भी घोषणा की है। अविवाहितों को मिलने वाली नई पेंशन योजना की राशि वृद्धावस्था पेंशन योजना के समान हो सकती है। हालाँकि, सरकारी अधिकारियों ने अभी तक आधिकारिक आंकड़े की पुष्टि नहीं की है।
अविवाहितों को पेंशन देने की खट्टर सरकार की नई प्रस्तावित योजना को अगले साल यानी 2024 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके अलावा हरियाणा के खराब लिंग-अनुपात में सुधार के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। हरियाणा में फिलहाल लिंगानुपात 917 है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के अविवाहित पुरुषों को हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, बिहार, केरल, असम और पश्चिम बंगाल जैसे अन्य राज्यों की महिलाओं के साथ शादी करने के लिए मजबूर किया जाता है। ऐसी दुल्हनों की संख्या लगभग 1.35 लाख आंकी गई है, जिनमें बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें कथित तौर पर दूसरे राज्यों से खरीदा गया और हरियाणा में एकल पुरुषों से शादी करा दी गई।