अमृत सरोवर के निर्माण से 28 हजार 500 घन मीटर की जल क्षमता बढ़ी, मछली पालन और खेती में मिलेगी मदद
सतना : सतना जिले में साकार हो रही है। सतना जिले में अमृत सरोवर निर्माण के लिए निर्धारित लक्ष्य के तहत 104 तालाबों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। जनपद पंचायत उचेहरा अन्तर्गत ग्राम पंचायत पिथौराबाद में निर्मित अमृत सरोवर भी ऐसे ही तालाबों में शामिल हैं। 21 लाख 86 हजार रूपये की लागत से इस अमृत सरोवर के बन जाने पर जल संधारण क्षमता में 28 हजार 500 घन मीटर की जल क्षमता बढ़ी है। अमृत सरोवर के निचले क्षेत्र में बसाहट होने से हैण्ड पम्प और कुओं के जल स्तर में अत्यधिक सुधार हुआ है। जिससे पूरे वर्ष जल स्त्रोतों में पानी की उपलब्धता रहती है। इससे ग्रामीणों तथा किसानों को मछली पालन और खेती करने में भी मदद मिल रही है।
साथ ही अमृत सरोवर के निर्माण से वन्य जीवों, पौधों के लिए पूरे वर्ष जल की उपलब्धता सुनिश्चित होती। जिससे परिस्थितिक तंत्र मजबूत होगा। इस अमृत सरोवर में कैच मेन्ट एवं ड्रेनेज लाइन का ट्रीटमेन्ट करते हुए वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है। जो जल से होने वाले मृदा क्षरण को रोकेगा।
शिवराज सिंह ने कहा मोदी सरकार आने से राज्य में बढ़ा 21 गुना बजट उचेहरा क्षेत्र के पहाड़ी अंचलों के नीचे बसे हुए क्षेत्र में हमेशा ही जल संकट का दौर बना रहता था। जिसका उल्लेख प्रसिद्ध बघेली कवि पिथौराबाद के बाबूलाल दाहिया अपनी कविताओं में भी करते रहे हैं। पहाड़ों के बीच अपार जल राशि के इस अमृत सरोवर को ग्राम पंचायत पिथौराबाद ने पद्म श्री से सम्मानित सुप्रसिद्ध लोक कवि बाबूलाल दाहिया की कविताओं के नाम समर्पित किया है।