IND Vs SA: रोहित को टी20 टीम की कप्तानी के लिए मनाएगा BCCI, टेस्ट स्क्वॉड से बाहर हो सकते रहाणे
नई दिल्ली (New Dehli)। दक्षिण अफ्रीका (South Africa)के आगामी महत्वपूर्ण दौरे के लिए गुरुवार को टीम का एलान करने से पहले बीसीसीआई (BCCI )के शीर्ष अधिकारी रोहित शर्मा को टी20 (t20)प्रारूप में भारतीय टीम की अगुआई (leading)करने के लिए मनाने की कोशिश (Effort)करेंगे। टी20 विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार के बाद रोहित को काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। इसी वजह से वह पिछले एक साल से टी20 नहीं खेले हैं। इसी कड़ी में बीसीसीआई सचिव और चयन समिति के संयोजक जय शाह दिल्ली में मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर से मुलाकात करेंगे और टीम पर चर्चा करने के साथ ही अगले बड़े टूर्नामेंट टी20 विश्व कप के लिए खाका तैयार करेंगे।
बीसीसीआई चाहता है रोहित टी20 में वापसी करें
नियमित टी20 कप्तान हार्दिक पांड्या हाल में समाप्त हुए वनडे विश्व कप के दौरान टखने में चोट लगने के कारण एक और महीने के लिए बाहर हो गए हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए सूर्यकुमार यादव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि, अब जब टी20 विश्व कप में करीब सात महीने का वक्त बचा है और टीम की तैयारियां लगभग शुरू हो गई हैं। ऐसे में बोर्ड चाहता है कि रोहित फिर से टी20 में वापसी करें और कप्तानी की जिम्मेदारी संभालें।
हार्दिक वापस आएंगे तो क्या होगा?
इससे पहले रिपोर्ट यह आई थी कि रोहित टी20 प्रारूप में नहीं खेलना चाहते और इस बारे में उन्होंने साफ शब्दों में बीसीसीआई को जानकारी दे दी थी। लेकिन जिस तरह से उन्होंने वनडे विश्व कप में टीम की अगुआई की उससे बीसीसीआई आश्वस्त हो गया कि उन्हें जून-जुलाई में अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप तक सीमित ओवरों के क्रिकेट में खेलना चाहिए।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘सवाल यह है कि जब हार्दिक वापसी करेंगे तो क्या होगा, लेकिन बीसीसीआई को लगता है कि अगर रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय में कप्तानी करने के लिए सहमत हो जाते हैं तो वह टी20 विश्व कप में कप्तानी करेंगे। अगर रोहित सहमत नहीं होते हैं तो सूर्यकुमार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैचों में कप्तानी करेंगे।
विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में सीमित ओवरों के मैचों के लिए ब्रेक मांगा है। जहां तक कोहली का सवाल है तो सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि वह आईपीएल में कैसा खेलते हैं और केएल राहुल के लिए भी ऐसा ही होगा। राहुल आगामी सत्र में लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए कप्तानी के साथ-साथ विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका में दिखेंगे। उसमें उनके फॉर्म को देखने के बाद ही उनके टी20 करियर पर फैसला किया जाएगा। दूसरा सवाल वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर भी है क्योंकि भारत को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर 11 दिन में सीमित ओवरों के छह मैच खेलने हैं, जिसमें 50 ओवर के तीन मैच शामिल हैं।
वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी होगा ध्यान
इसके बाद पांच दिन के गैप के बाद (26 दिसंबर) दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआती होगी। अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई ने हमेशा उस सीमित ओवरों के प्रारूप को प्राथमिकता दी है, जिस प्रारूप में अगले छह महीने में कोई आईसीसी टूर्नामेंट होना है। विश्व कप के बाद वनडे आखिरी प्राथमिकता है और टी20 विश्व कप तक पांच वनडे काफी हैं। इसलिए अगर रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करते हैं तो वह टेस्ट मैचों के लिए तरोताजा होने के लिए आराम ले सकते हैं। इसका फैसला स्पोर्ट्स साइंस टीम करेगी।
टेस्ट टीम में राहुल-श्रेयस की होगी वापसी, रहाणे पर संशय
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दौरे के लिए 30 नवंबर को टीम का एलान हो सकता है। टेस्ट सीरीज के लिए राहुल और श्रेयस अय्यर की जोड़ी का चयन तय माना जा रहा है। दोनों पिछले काफी लंबे समय तक चोट की वजह से बाहर रहने के बाद टेस्ट टीम में वापसी करेंगे और इसी वजह से अजिंक्य रहाणे को बाहर किया जा सकता है, जबकि चेतेश्वर पुजारा की वापसी की बेहद कम संभावनाएं हैं।
रहाणे के पास टेस्ट टीम में जगह बनाने का एकमात्र तरीका यह है कि राहुल टेस्ट मैचों में विकेटकीपिंग करने का फैसला करें और ईशान किशन दूसरे विकेटकीपर बनें जिससे टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज के लिए दरवाजे खुल जाएं। ऐसे में श्रीकर भरत को बाहर किया जाएगा और रहाणे की एंट्री हो जाएगी। हालांकि, 35 साल के रहाणे को लेकर अजीत अगरकर क्या फैसला करते हैं यह देखने वाली बात होगी। राहुल के विकेटकीपिंग करने का मतलब होगा कि वह और अय्यर दोनों टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में फिट हो सकते हैं।
जसप्रीत बुमराह फिट हैं और टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहते हैं और उनका साथ मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर निभाते दिखेंगे। सभी को प्रभावित करने वाले मुकेश कुमार रिजर्व तेज गेंदबाज के स्थान के प्रबल दावेदार हैं। रवींद्र जडेजा हमेशा की तरह विदेशी परिस्थितियों में स्पिनर के रूप में पहली पसंद होंगे, जबकि रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल या कुलदीप यादव में से कोई एक स्पिनर को टीम में जगह मिल सकती है। अब तक बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके श्रीकर भरत को तभी मौका मिलेगा जब राहुल विकेटकीपिंग नहीं करना चाहेंगे।