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सस्ते लोन के लिए अभी और इंतजार, RBI ने ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव, रेपो रेट 6.5% पर बरकरार

नईदिल्ली : रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास आज (8 दिसंबर) को मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया है। RBI गवर्नर ने ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। RBI ने लगातार पांचवीं बार ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। दूसरी तिमाही (Q2FY24) में उम्‍मीद से बेहतर GDP आंकड़े रहे हैं।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू मांग के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी जारी है। लागत खर्च में कमी से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मजबूती आई है। सरकारी खर्च से निवेश के रफ्तार में तेजी आई है। एग्रो क्रेडिट में ग्रोथ से रिकवरी बेहतर होने का अनुमान है।

RBI का कहना है कि क्लाउड फैसिलिटी से डाटा सुरक्षा पर फोकस बढ़ाया जाएगा। जरूरी सेवाओं पर UPI पेमेंट लिमिट 5 लाख तक की जा रही है। हॉस्पिटल, एजुकेशन के लिए UPI पेमेंट की लिमिट 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख तक कर दी गई है। आरबीआई ने अप्रैल 2024 तक FINTECH REPOSITORY के गठन का प्रस्ताव रखा है।

महंगाई का अनुमान

अक्टूबर से दिसंबर 2023 के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) का पूर्वानुमान 5.6 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।

जनवरी-मार्च 2024 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 5.2 फीसदी पर बरकरार रखा गया।

वहीं अप्रैल-जून 2024 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 5.2 फीसदी पर बनाए रखा गया है।

जुलाई-सितंबर 2024 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 4.0 फीसदी आंका गया है।

FY24 GDP ग्रोथ 7% का अनुमान

आरबीआई का कहना है कि मैन्युफैक्चरिंग में कैपेसिटी यूटिलाइजेशन बढ़ा है। प्राइवेट कंजम्प्शन लगातार बेहतर हो रहा है। कोर महंगाई घटने के संकेत दिख रहे हैं। FY24 GDP ग्रोथ 7% का अनुमान है। FY24 GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 7% हो सकता है। FY24 रिटेल GDP ग्रोथ 7% का अनुमान है। आरबाई ने आगे कहा कि भारत में आर्थिक गतिविधियों में जुलाई-सितंबर महीने में उछाल देखने को मिला है। सरकारी खर्च से निवेश में तेजी देखी गई है।

आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.5फीसदी पर बरकरार रखा है। MPC के 6 में से 5 सदस्य इस फैसले के पक्ष में रहे हैं। इसके साथ ही स्थायी जमा सुविधा (Standing Deposit Facility) और सीमांत स्थायी सुविधा (Marginal Standing Facility) दरें भी क्रमशः 6.25 फीसदी और 6.75 फीसदी पर बरकरार रखी गई हैं। RBI withdrawal of accommodation पर कायम है। RBI गर्वनर ने कहा कि नवंबर पीएम आई बढ़ा है। जीएसटी कलेक्शन में भी ग्रोथ देखने को मिली है।

वित्त वर्ष 2024 के लिए आरबीआई का मंहगाई का अनुमान बिना किसी बदलाव के 4.5 फीसदी रह सकता है। सिर्फ 10 फीसदी लोगों का मानना है कि इसमें हल्की बढ़त हो सकती है। जीडीपी के आंकड़ों पर अधिकांश लोगों का अनुमान है कि 2024 के लिए आरबीआई का जीडीपी का अनुमान 6.6 से 6.9 फीसदी के बीच रह सकता है। दूसरी तिमाही में जोरदार ग्रोथ के कारण आरबीआई जीडीपी अनुमानों में बढ़ोतरी कर सकता है।

रॉयटर्स के पोल में 5 से 7 दिसंबर के बीच 41 अर्थशास्त्रियों से महंगाई दर को लेकर सवाल पूछे गए थे। इसमें औसत अनुमान के मुताबिक महंगाई दर बढ़ने का अनुमान जताया गया है। रिटेल महंगाई नवंबर में 5.7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है, जो कि अक्टूबर में 4.87 फीसदी थी। कुछ अर्थशास्त्रियों ने अनुमान जताया है कि रिटेल महंगाई दर रिजर्व बैंक की 6 फीसदी की सीमा को भी पार कर सकती है।

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