चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करना नशों के विरुद्ध राज्य सरकार की लड़ाई में सबसे कारगर हथियार साबित हो सकता है। मंगलवार को यहाँ म्यूनिसिपल भवन में एशियाई और राष्ट्रीय खेलों के 168 पदक विजेताओं को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम बाँटने के लिए करवाये गये समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने से नौजवानों की अप्रयुक्त ऊर्जा खेलों में अच्छी कारगुज़ारी दिखाने की ओर इस्तेमाल की जा रही है। मुख्यमंत्री ने खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने लिए सभी खिलाडिय़ों को मुबारकबाद देते हुये कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इस समारोह के लिये यहाँ सभी खिलाड़ी एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सख़्त मेहनत की है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने साबित कर दिया है कि मौका मिलने पर वह अपनी पूरी मेहनत और दृढ़ इरादे से कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देकर राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय ग्राउंड और अन्य बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने के अलावा मुकाबलों की तैयारी के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मुकाबलों में अपना स्थान बनाने में मदद मिलेगी। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस बल को और अधिक मज़बूत करने के लिए आने वाले चार सालों के दौरान पंजाब पुलिस में हर साल 1800 कॉन्स्टेबल और 300 सब-इंस्पेक्टर भर्ती करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन 2100 पदों के लिए हर साल लगभग 2.50 लाख उम्मीदवार आवेदन करते हैं, इसलिए सभी इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षाएं पास करने के लिए अकादमिकता के साथ-साथ अपनी सेहत की तरफ विशेष ध्यान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य के एशियाई खेलों में 32 पदक विजेताओं को 29.25 करोड़ रुपये का नकद ईनाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को एक करोड़ रुपए, रजत पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 75 लाख रुपये और काँस्य पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 50 लाख रुपए दिए गए हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इससे पहले 58 खिलाडिय़ों को एशियन खेलों की तैयारियों के लिए 8-8 लाख रुपए दिए गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद भारत ने पहली बार एशियाई खेलों में 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 काँस्य पदक जीतकर 100 पदकों की संख्या पार की है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने एशियाई खेलों के दौरान 20 पदक जीतकर इन 107 पदकों में बड़ा योगदान दिया है।
भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब के 32 खिलाडिय़ों ने इन खेलों में आठ स्वर्ण पदक, छह रजत पदक और छह काँस्य पदक जीतकर पंजाब के प्रदर्शन का 72 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। पंजाब के खिलाडिय़ों ने क्रमवार 1951 और 1962 में नयी दिल्ली और जकार्ता में हुई एशियाई खेल में सात स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने आगे कहा कि इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए राज्य के खिलाडिय़ों ने हाल ही में समाप्त हुई एशियाई खेलों में आठ स्वर्ण पदक जीतकर एक इतिहास रचा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चाहे 1951 में हुई नयी दिल्ली एशियाई खेलों में पंजाब के खिलाडिय़ों द्वारा सबसे अधिक 15 पदक जीते गए थे, परन्तु अब 70 सालों से अधिक समय के बाद यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए पंजाबी खिलाडिय़ों ने 20 पदक जीते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समारोह में गोआ में हुई राष्ट्रीय खेल में पदक जीतने वाले 136 खिलाडिय़ों को भी 4.58 करोड़ रुपए के नकद इनाम देकर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुल 168 खिलाडिय़ों को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए जा रहे हैं और इससे पहले राज्य सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को अलग- अलग मुकाबलों में 32.16 करोड़ रुपये के फंड दिए जा चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि खेडां वतन पंजाब दियां के दूसरे सीजन के पदक विजेता खिलाडिय़ों के बैंक खातों में पहले ही 8.69 करोड़ रुपए ट्रांसफर किये जा चुके हैं।