राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पश्चिम बंगाल से पहुंची बिहार, किशनगंज में हुआ जोरदार स्वागत
सोनपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ सोमवार को किशनगंज के रास्ते बिहार (Bihar) में प्रवेश कर गई. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बिहार में राहुल गांधी का स्वागत किया. यह 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान (election campaign) के बाद गांधी की पहली बिहार यात्रा है.
‘न्याय यात्रा’ ने ऐसे समय में राज्य में प्रवेश किया जब कांग्रेस के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन पहले फिर से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापस चले गए. कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया कि गांधी का किशनगंज में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है, जिसके बाद मंगलवार को निकटवर्ती जिले पूर्णिया में एक बड़ी रैली और एक दिन बाद कटिहार में एक और रैली होगी.
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि राहुल गांधी बृहस्पतिवार को अररिया जिले के रास्ते पश्चिम बंगाल रवाना होंगे और कुछ दिनों बाद झारखंड के रास्ते फिर बिहार लौटेंगे. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के नेताओं के अनुसार, बिहार में पार्टी के गठबंधन सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को पूर्णिया की रैली में आमंत्रित किया गया है.
राहुल गांधी के नेतृत्व में सोमवार सुबह पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित दिनाजपुर जिले के सोनपुर से आज सुबह फिर से यह यात्रा शुरू हुई थी. कांग्रेस पार्टी के नेता से बात करने पर उन्होंने बताया, राहुल जी रात्रि में सोनपुर रुके. उसके बाद अगली सुबह करीब आठ बजे यहां से यात्रा शुरू कर दी गई. राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान कड़े सुरक्षा घेरे वाले वाहन में थे और उनकी पार्टी के समर्थकों और उत्साही लोगों को कांग्रेस नेता का अभिवादन करते भी देखा गया.
यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी और बृहस्पतिवार सुबह इसने असम से पश्चिम बंगाल में प्रवेश किया. इसके बाद दो दिन के विराम के दौरान गांधी नई दिल्ली लौट गए थे. यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से गुजरने के बाद एक फरवरी को इस राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करेगी. इस यात्रा दौरान 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यह यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी. इस यात्रा को 20 या 21 मार्च को मुंबई में आकर समाप्त कर दिया जाएगा.