टॉप न्यूज़राजनीतिराष्ट्रीय

हमारे पास 225 विधायकों का समर्थन है, कुछ लोग भय का माहौल बना रहे : अजित पवार

मुंबई : महाराष्ट्र में ‘‘कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति” को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त किए जाने की विपक्ष की मांग के बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि राज्य सरकार के पास 288 सदस्यीय विधानसभा में 225 विधायकों का समर्थन है। पवार ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के महाराष्ट्र में सत्ता होने के दौरान यहां 26 नवंबर, 2008 को आतंकवादी हमले हुए थे, तब ऐसी कोई मांग नहीं की गई थी। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल हुए।

पवार ने कहा, ‘‘विपक्ष ने आज सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। हमारी महायुति (भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन) को 225 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।” उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग भय का यह माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई .है….जब 26/11 का आतंकवादी हमला हुआ था, तब ऐसी कोई मांग नहीं की गयी थी।” पवार ने साथ ही कहा कि विपक्ष ने राज्य में हुईं हिंसा की जिन हालिया घटनाओं के कारण उन पर निशाना साधा है, वह उन घटनाओं का बचाव नहीं कर रहे या उन्हें उचित नहीं ठहरा रहे। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर शनिवार को हमले तेज करते हुए उसे बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी।

शिवसेना (यूबीटी) नेता विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर (40) की बृहस्पतिवार शाम उत्तरी उपनगर बोरीवली (पश्चिम) में एक ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ ने ‘फेसबुक लाइव’ सत्र के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावर मौरिस नोरोन्हा ने कुछ देर बाद खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले दो फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गणपत गायकवाड़ ने मुंबई के निकट उल्हासनगर में एक पुलिस थाने के अंदर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक स्थानीय नेता को गोली मार दी थी। इस हमले में शिवसेना नेता गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

Related Articles

Back to top button