नई दिल्ली: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है. नीतीश सरकार के समर्थन में 129 वोट पड़े. जबकि विपक्ष ने वोटिंग से पहले ही वॉकआउट कर दिया था. लेकिन, विपक्ष ने भी नीतीश कुमार की सरकार को गिराने के लिए लंबा ‘खेला’ खेला था. हालांकि, एनडीए ने इसे नाकाम कर दिया. और ये सब हुआ स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाकर. हुआ ये कि आरजेडी ने एनडीए के 8 विधायकों को साथ लेकर नीतीश सरकार को गिराने का खेल रचा था. इसमें जेडीयू के पांच और बीजेपी के तीन विधायक थे. लेकिन इसकी भनक एनडीए को पहले ही लग गई और फिर सरकार बचाने का ऑपरेशन शुरू हुआ.
आरजेडी ने नीतीश सरकार को गिराने के लिए सत्तापक्ष के आठ विधायकों के साथ प्लानिंग रची थी. इनमें जेडीयू के पांच विधायक और बीजेपी के तीन विधायक थे. जेडीयू के पांच विधायकों में बीमा भारती, मनोज यादव, सुदर्शन, डॉ संजीव और दिलीप राय शामिल थे. वहीं, बीजेपी के विधायकों में रश्मि वर्मा, भागीरथी देवी और मिश्रीलाल यादव थे.
लेकिन रविवार रात को एनडीए भांप गया था कि उनके साथ ‘खेला’ होने वाला है. इस वजह से एनडीए ने सरकार बचाने का ऑपरेशन शुरू हुआ. जेडीयू के विधायकों डॉ संजीव, सुदर्शन और मनोज यादव को सुबह तक ढूंढ निकाला गया. आरजेडी की तैयारी थी कि सत्तापक्ष के विधायकों को सदन में अनुपस्थित कर पहले अपने स्पीकर अवध बिहारी चौधरी की कुर्सी बचाई जाए. इसके बाद स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिरने के बाद सत्तापक्ष के विधायकों को स्पीकर से अलग गुट की मान्यता दिलवाई जाए. इसके बाद फ्लोर टेस्ट में एनडीए सरकार को पटखनी दी जाए.
विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ जब सदन में अविश्वास प्रस्ताव आया तो सत्तापक्ष के पांच विधायक कम थे. इस पर एनडीए ने आरजेडी के तीन विधायकों को अपने पाले में कर लिया और वोटिंग में 112 के मुकाबले 125 वोट से अवध बिहारी चौधरी की कुर्सी चली गई. ऐसे में स्पीकर की कुर्सी जाते ही आरजेडी का खेल बिगड़ गया.
खेल बिगड़ते ही सदन से नदारद सत्तापक्ष के 5 में 4 विधायक विधानसभा पहुंच गए. इनमें बीजेपी के तीन विधायक रश्मि वर्मा, भागीरथी देवी और मिश्रीलाल यादव और जेडीयू की बीमा भारती भी सदन पहुंची. केवल जेडीयू के विधायक दिलीप राय सदन से नदारद रहे. बता दें कि नीतीश कुमार ने विधानसभा में पेश विश्वास मत जीत लिया है. फ्लोर टेस्ट में एनडीए के पक्ष में कुल 129 वोट पड़े. आरजेडी के तीन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की जबकि विपक्ष ने वोटिंग से पहले ही सदन से वॉकआउट कर दिया.