वित्त वर्ष 24 में 28 भारतीय स्टार्टअप संस्थापकों ने लिया 284 करोड़ रुपये का वेतन
नई दिल्ली : देश की 28 भारतीय न्यू ऐज स्टार्टअप कंपनियों के 51 संस्थापकों ने वित्त वर्ष 24 में कुल 283.5 करोड़ रुपये का वेतन लिया है। आईएनसी 42 की रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में स्टार्टअप संस्थापकों के औसत वेतन में वित्त वर्ष 24 में कमी देखने को मिली है और यह वित्त वर्ष 23 के 7.6 करोड़ रुपये के मुकाबले 26.9 प्रतिशत कम होकर 5.55 करोड़ रुपये रह गया है। इन कंपनियों में स्टॉक ब्रोकिंग से लेकर कंज्यूमर गुड्स स्टार्टअप तक शामिल हैं।
इन सभी स्टार्टअप में ईकॉमर्स स्टार्टअप फर्स्टक्राई के संस्थापक, सुपम माहेश्वरी ने वित्त वर्ष 24 में सबसे अधिक 103.8 करोड़ रुपये का वेतन लिया है। हालांकि, यह वित्त वर्ष 23 में लिए गए वेतन 200.7 करोड़ रुपये से करीब 50 प्रतिशत कम है। वित्त वर्ष 24 में फर्स्टक्राई की परिचालन से आय 6,480 करोड़ रुपये रही है और इस दौरान कंपनी को 321.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
जीरोधा के संस्थापक निखिल और नितिन कामथ इस लिस्ट में वित्त वर्ष 24 में दूसरे स्थान पर थे। दोनों भाईयों में से प्रत्येक ने 33.8 करोड़ रुपये का वार्षिक वेतन पिछले वित्त वर्ष में लिया है। वित्त वर्ष 23 प्रत्येक ने 48 करोड़ रुपये के वेतन लिया था। वित्त वर्ष 24 में जीरोधा की परिचालन से 9,372.1 करोड़ रुपये थी और इस दौरान कंपनी को 5,496.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। कैपिलरी टेक्नोलॉजीज के संस्थापक अनीश रेड्डी इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर थे। वित्त वर्ष 24 में उन्होंने 13.3 करोड़ रुपये का वेतन लिया है। यह वित्त वर्ष 23 के वेतन 84 लाख रुपये से 1,480 प्रतिशत अधिक है।
होटल सॉफ्टवेयर कंपनी रेटगेन के संस्थापक, भानू चोपड़ा को वित्त वर्ष में वेतन के रूप में 5.8 करोड़ रुपये मिले हैं। वित्त वर्ष 23 में यह 6.1 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 24 में रेटगेन की परिचालन से आय 69 प्रतिशत बढ़कर 957 करोड़ रुपये हो गई है और कंपनी ने इस दौरान 146.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। पेटीएम के एमडी और सीईओ, विजय शेखर शर्मा इस लिस्ट में पांचवे स्थान पर थे। वित्त वर्ष 24 में उन्होंने 4.4 करोड़ रुपये का वार्षिक वेतन लिया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में लिए गए वार्षिक वेतन 4 करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत ज्यादा है।
मामाअर्थ के सीईओ, वरुण अलघ का वार्षिक वेतन वित्त वर्ष 24 में 3.97 करोड़ रुपये रहा है, जो कि वित्त वर्ष 23 के वार्षिक वेतन 1.49 करोड़ रुपये से 166.9 प्रतिशत अधिक है। वहीं, उनकी पत्नी और स्टार्टअप की सह-संस्थापक को वित्त वर्ष 24 में 1.79 करोड़ रुपये का वेतन मिला है, जो कि वित्त वर्ष 23 के 99 लाख रुपये से 80.8 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 24 में मामाअर्थ की परिचालन से आय 1,919.9 करोड़ रुपये थी और इस दौरान कंपनी को 110.5 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।