
शक्ति का सम्मान : 501 कन्याओं के चरण पखारे, मिला समाज सेवा का संदेश
मिशन शक्ति 5.0 के तहत नवरात्र के महाष्टमी पर कन्या पूजन का भव्य आयोजन
–सुरेश गांधी
वाराणसी : नवरात्र अष्टमी का पर्व जहां आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, वहीं यह समाज में नारी शक्ति के सम्मान का भी जीवंत संदेश देता है। इसी भाव को साकार करते हुए मिशन शक्ति 5.0 के तहत मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में 501 कन्याओं का पूजन विधि-विधान और भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि आयुष राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, जिलाधिकरी सत्येन्द्र कुमार, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कन्याओं के चरण पखारकर पूजन किया।
कन्या केवल पूजनीय नहीं, संरक्षित भी हो : दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’
मुख्य अतिथि दयालु ने कहा, नारी केवल पूजन की पात्रा नहीं, बल्कि समाज की धुरी और भविष्य की दिशा है। कन्या का सम्मान ही राष्ट्र की अस्मिता का सम्मान है। उन्होंने कहा, यदि एक पुरुष शिक्षित होता है तो वह केवल स्वयं शिक्षित होता है, लेकिन जब एक स्त्री शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्य, विधान परिषद सदस्य राय धर्मेन्द्र सिंह, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महिला कल्याण विभाग से सहायक पुलिस आयुक्त श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी डी.के. सिंह, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी नम्रता श्रीवास्तव, केंद्र प्रबंधक रश्मि दुबे, संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट रेखा श्रीवास्तव और प्रियंका राय समेत विभागीय टीम ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।

नारी शक्ति का उत्सव और सामाजिक जागरण
पूजन के उपरांत पुलिस विभाग ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया कि कन्या केवल पूजनीय ही नहीं, बल्कि शिक्षा, सुरक्षा और स्वावलंबन की हकदार भी है।
प्रसाद, उपहार और सम्मान का संगम
महिला कल्याण विभाग के सौजन्य से 501 कन्याओं को प्रसाद, मिष्ठान और उपहार प्रदान किए गए। बालिकाओं के चेहरे उस क्षण खुशी से खिल उठे जब उन्हें समाज द्वारा शक्ति स्वरूप मानकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजसेवियों एवं पुलिस विभाग के आरक्षियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने महिला सुरक्षा और सेवा कार्यों में विशेष योगदान दिया।
संदेश
नवरात्र अष्टमी पर 501 कन्याओं के पूजन का यह आयोजन केवल धार्मिक परंपरा का निर्वाह नहीं, बल्कि यह इस बात का सशक्त संदेश भी है कि कन्या पूजन की वास्तविकता तभी सार्थक होगी जब समाज में हर बालिका सुरक्षित, शिक्षित और स्वावलंबी होगी। जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था, जिस देश की स्त्रियां शिक्षित, सबल और जागरूक होंगी, वही देश प्रगति और समृद्धि के शिखर पर पहुंचेगा। मिशन शक्ति 5.0 के तहत हो रहे ऐसे आयोजन नारी सम्मान और सशक्तिकरण की वह लौ प्रज्वलित कर रहे हैं, जो भविष्य की राह को उज्ज्वल बनाएगी।
मिशन शक्ति 5.0 : महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण का अभियान
शुरुआत : प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के उद्देश्य से मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की।

मुख्य लक्ष्य
- महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना।
- स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
- महिला उत्पीड़न की रोकथाम और त्वरित न्याय की व्यवस्था।
- समाज में नारी शक्ति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।
मिशन शक्ति 5.0 की विशेषता
बड़े पैमाने पर कन्या पूजन और जागरूकता कार्यक्रम।
पुलिस, प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं की साझी भागीदारी।
महिलाओं के लिए कानूनी, स्वास्थ्य और परामर्श सेवाओं तक सहज पहुंच।
मिशन शक्ति 5.0 केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में “नारी सुरक्षा, नारी सम्मान” की संस्कृति को मजबूत करने की पहल है।