बच्ची की मौत पर बवाल में डंपर फूंका, 14 झुलसे, तीन की मौत
विधायक ने इनके इलाज के लिए सिविल अस्पताल के अधीक्षक को फोन किया, जबकि एसीएम ने पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री कोष से सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
एसओ काकोरी रामनरेश यादव ने बताया कि बेलवा में मंगलवार सुबह मिट्टी से लदे डंपर से मुस्कान (9) की मौत हो गई थी। आक्रोशित भीड़ ने प्रदर्शन के साथ तोड़फोड़ की और दो डंपर फूंक दिए थे।
पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों शव रविवार दोपहर गांव लाए गए। सांसद कौशल किशोर, विधायक शारदा प्रताप शुक्ला समेत इलाके के कई जनप्रतिनिधि व कई गांवों के लोग शोकसंवेदना व्यक्त करने गांव पहुंचे। तीनों युवकों की श्मशान में अगल बगल चिताएं जलीं।
सरोज व अनुज को उनके बुजुर्ग पिता अंगनू ने मुखाग्नि दी, जबकि दिनेश का उसके पिता मोतीलाल ने अंतिम संस्कार किया।
दो बेटों की मौत से टूट गया अंगनू
65 बरस के किसान अंगनू दास घर के सामने रखी दो बेटों सरोज और अनुज की अर्थियों के पास फफक कर रो रहा था। मां सरजू देई बेसुध थीं। छोटा बेटा मनोज भाइयों की मौत पर रोने के साथ बुजुर्ग माता-पिता को संभालने की कोशिश में जुटा था।
दशा देख पसीजे विधायक
सरोज-अनुज व दिनेश के परिवारीजनों को ढांढस बंधा रहे विधायक शारदा प्रताप शुक्ला को गांव कटिंगरा के प्रधान रिजवान ने बताया कि आगजनी में 14 लोग झुलसे थे, जो तंगहाली के चलते इलाज नहीं करा पा रहे हैं।
इनमें पंकज रावत(12), उसके भाई अनुज (15) व गांव के अनुज राठौर (18) और सोनू राठौर (25) घर पर ही मौत से जूझ रहे हैं। भीषण गर्मी में चारपाई पर पड़े चारों लोगों को मक्खियों से बचाने के लिए मच्छरदानी लगाई गई हैं।
इलाज के अभाव, गंदगी व पसीने से संक्रमण फैल रहा है। इस पर विधायक ने सिविल अस्पताल के सीएमएस आशुतोष दुबे को कॉल करके झुलसे लोगों के इलाज की व्यवस्था कराने और चारों के परिवारीजनों से उन्हें जल्द अस्पताल पहुंचने को कहा।
मुआवजे की मांग
गांव में भीड़ ने सांसद, विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों से पीड़ित परिवारों को मुआवजे की मांग की। मौके पर मौजूद सरोजनीनगर के एसडीएम प्रेमरंजन सिंह ने तहसीलदार राजेश श्रीवास्तव व कानूनगो आरके पांडेय को सूची तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया।
ऐसे झुलसे थे ग्रामीण
फुफेरी बहन की शादी से मां के साथ मंगलवार सुबह गांव लौटी मुस्कान को सड़क पार करते समय आगरा एक्सप्रेस-वे की मिट्टी ढो रहे डंपर ने रौंद दिया था। आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव करके शीशे तोड़े और डंपर फूंक दिया। इस बीच एक अन्य डंपर आते दिखा।
प्रदर्शनकारियों ने पथराव के साथ उसका डीजल टैंक फोड़ा और आग लगा दी। फूटे टैंक से डीजल के फव्वारे ने आग पकड़ी और जलता हुआ डीजल आसपास खड़े लोगों पर गिरा। इसमें 14 लोग झुलस गए थे।