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ATS के ASP की मोहब्बत, मर्डर, सुसाइड की पूरी कहानी: महिला से 5 साल से थे रिश्ते; हत्या से पहले की थी फायरिंग की प्रैक्टिस

poonam6_1482560077जयपुर.एटीएस के एडिशनल एसपी अाशीष प्रभाकर ने बीते गुरुवार अपनी कार के अंदर एक महिला को सर्विस रिवॉल्वर से गोली मार दी और सुसाइड कर लिया। वे पूनम शर्मा नाम की महिला को करीब 5 साल से जानते थे। महिला 6 महीने से शादी के लिए दबाव बना रही थी। इसी तनाव में एएसपी ने पहले उसे गोली मारी और फिर खुद को। पढ़ें ATS के ASP की मोहब्बत, मर्डर और सुसाइड की पूरी कहानी…
– पुलिस को दो सुसाइड नोट मिले हैं। एक सुसाइड नोट पांच लाइन का है जो पत्नी दो बेटों के नाम है और दूसरा 13 लाइन का नोट पूनम के बारे में है।
– प्रभाकर ने लिखा कि पांच साल पहले पूनम ने उसको प्यार में फंसाकर उसके परिवार को तबाह कर दिया। इसलिए पुलिस ऑफिसर होने के नाते मुझे इसको सजा देनी जरूरी है। मर्डर से पहले प्रभाकर ने फायरिंग की बाकायदा प्रैक्टिस भी की थी।
– दरअसल, पांच साल पहले पूनम की पति से अनबन हुई तो उसने मामला दर्ज कराया और माणक चौक थाने में पुलिस अफसर प्रभाकर से आकर मिली। हालांकि बाद में दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया, लेकिन पूनम ने तलाक ले लिया।
– आशीष प्रभाकर माणक चौक के एसीपी थे। 2012 में दोनों की लव स्टोरी शुरू हो गई, लेकिन पिछले 6 महीने से पूनम आशीष पर शादी के लिए दबाव बना रही थी और महेश नगर इलाके में रहने वाले कुछ लड़कों के मार्फत प्रभाकर को ब्लैकमेल कर रही थी।
– प्रभाकर एटीएस के अन्य अफसरों के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करने के लिए 20 और 21 दिसंबर को मोरीजा (चौमू) गए थे। वहां ग्लोक पिस्टल एसएलआर से फायरिंग प्रैक्टिस की थी। इसके 24 घंटे बाद प्रभाकर ने घटना को अंजाम दिया।
– बता दें कि सुसाइड नोट पर लिखे महेश, मुकेश मीणा और नरसीराम समेत सात लोगों के नाम मोबाइल नंबरों की पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है।
– पुलिस ने शुक्रवार को प्रभाकर-पूनम के शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिए। हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
 
5 साल का रिश्ता: नजदीकी इतनी बढ़ी कि आशीष की बातें पूनम को टॉर्चर करने लगीं
– पूनम और प्रभाकर का रिलेशन थाने से शुरू होकर आगे बढ़ा और 5 साल तक बढ़ता ही गया।
– प्रभाकर को पूनम की सच्चाई अब समझ आने लगी थी। करीब एक महीने पहले जब आरपीए में आशीष प्रभाकर ट्रेनिंग पर थे, पूनम के साथ किसी बात पर उनका विवाद हो गया।
– पूनम ने बजाजनगर थाने जाकर प्रभाकर के खिलाफ टॉर्चर करने का केस दर्ज करा दिया। पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
– इसकी भनक प्रभाकर को लगी तो वे घर से गायब हो गए। आरपीए की ट्रेनिंग भी छोड़कर चले गए थे।
रिश्ते का अंजाम : प्रभाकर पूनम को साथ ले गया, शराब पी कर हत्या की फिर खुदकुशी
– 22 दिसंबर शाम 5.30 बजे प्रभाकर एटीएस ऑफिस से सीधे पूनम के पास गए और इस दौरान उसने शराब भी पी।
– दोनों कार से जगतपुरा की तरफ गए। प्रभाकर ने कार रोककर पहले पूनम की दाईं कनपटी पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मारी और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।
– उसके बाद प्रभाकर ने भी अपनी दाईं कनपटी पर गोली मार दी। पुलिस को कार में गोलियों के 2 खोल, 7 जिंदा कारतूस रिवॉल्वर की मैगजीन में लोड मिले। मैगजीन 13 कारतूसों की थी।
– 4 कारतूस कहां गए, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
 
पूनम का परिवार बोला- बदनाम करने के लिए सुसाइड नोट लिखा
– पूनम के जीजा विमलेश के मुताबिक, ‘पूनम के मोबाइल को वे और फैमिली मेंबर रोजाना चेक करते थे, लेकिन उसमें ना तो कभी आशीष प्रभाकर की फोटो देखी और ना ही उसके नाम से कोई नंबर सेव थे।’
– ‘हम लोग तो पूनम की शादी के लिए लड़का तलाश कर रहे थे। पैसों की कमी नहीं थी परिवार में। अगर हम लोग पूनम के साथ रहते तो वह हमारी भी हत्या कर देता।’
– ‘अब वह खुद को बचाने और हमें बदनाम करने के लिए सुसाइड नोट लिखकर चला गया।’

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