नई दिल्ली : कैस्टर ऑयल को अरंडी का तेल भी कहते है। इस तेल के खास स्वाद और गाढ़ेपन की वजह से अलग ही जाना जाता है। आयुर्वेद में कैस्टर ऑयल को वातहर कहा गया है। इसका मतलब कि ये सूजन और दर्द जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है। आमतौर पर कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल स्किन और बालों की देखभाल में किया जाता है। लेकिन केवल स्किन और बाल ही नहीं सेहत के लिए भी कैस्टर ऑयल के गजब के फायदे हैं।
कैस्टर ऑयल काफी गाढ़ा और चिपचिपा होता है। साथ ही पचने में भी समय लेता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। कैस्टर ऑयल की मदद से कब्ज की समस्या को भी ठीक किया जा सकता है। मात्र दो मिली की मात्रा कब्ज की समस्या से आराम पहुंचाती है। लेकिन कैस्टर ऑयल के इस्तेमाल से पहले किसी आयुर्वेदाचार्च की राय जरूर लेनी चाहिए।
कैस्टर ऑयल की बहुत की कम मात्रा दस दिनों के अंतर पर दूध में मिलाकर देने से बच्चों के पेट में कीड़े की समस्या दूर होती है और पेट साफ होता है। हालांकि कैस्टर ऑयल की मात्रा बेहद कम लगभग एक मिली तक ही हो।
आयुर्वेद में कैस्टर ऑयल को सूजन और नर्व्स सिस्टम से जुड़ी तकलीफों में असरदार माना गया है। जिन लोगों को ज्वाइंट्स पेन की तकलीफ होती है। उन्हें कैस्टर ऑयल की मालिश करने से दर्द और सूजन में राहत मिलती है। साथ ही जकड़न भी दूर होती है।
कैस्टर ऑयल में फैटी एसिड की मात्रा काफी ज्यादा होती है। और ये स्किन के अंदर तक जाकर नेचुरली मॉइश्चराइज करता है। इसलिए कैस्टर ऑयल की थोड़ी मात्रा लगाने से झुर्रियां और फाइन लाइंस स्किन से गायब होने लगती हैं।