जल जीवन मिशन पर कलेक्टर तारण प्रकाश सिंहा ने आईएसए के मैंबरों को दिए टिप्स
भिलाई. जल जीवन मिशन के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जिला जल व स्वच्छता मिशन, राजनांदगांव ने गुरुवार को क्रियावंयन सहायक एजेंसी (आईएसए) उनके सदस्य का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हुआ। जिला पंचायत कार्यालय में हुए इस कार्यक्रम में ग्राम जल स्वच्छता समिति सदस्य, पंचायती राज संस्था प्रतिनिधि, क्रियांवित सहयोग एजेंसी सदस्यों को स्वच्छ जल व स्वच्छता विषय पर विभिन्न विशेषज्ञों ने विस्तार से जानकारी दी व प्रशिक्षित किया। राजनांदगांव कलेक्टर तारण प्रकाश सिंहा ने कार्यशाला शुरू किया। इस मौके पर मुख्य रुप से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य कार्यालय से अधीक्षक अभियंता, आईएसए के प्रभारी कैशाल मढ़रिया ने प्रशिक्षित किया।
आम जनता की सहभागिता से होगी योजना सफल
कलेक्टर तारण प्रकाश सिंहा बताया कि राज्य सरकार या केंद्र सरकार की योजनाएं तब सफल होती है जब आम जनता की सहभागिता होती है। आम जनता पर निर्भर करता है कि योजना को कैसे सफल बनाएं। पूर्व में जो संपूर्ण स्वच्छता अभियान चला था एक कदम स्वच्छता की ओर यह अभियान चला था। यह अभियान इसलिए भी सफल हुआ क्योकि इसमें आम जनता की पूरी सहभागिता थी। इस तरह के कार्यक्रम से सामुदायिक भागीदारी के साथ-साथ पेयजल के प्रति उपभोक्ताओं की संवेदनशीलता भी होनी चाहिए। ताकि सरकार की योजनाओं का सही क्रियान्वयन कर सफल बना सकें।
स्वच्छ पानी नाली में ना बहे
जिला पंचायत के सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि जिले में वर्तमान में जल जीवन का कार्य शुरू हो गया है। ऐसे में गांव का स्वच्छ पानी नाली में ना बहे। घर-घर में पानी का सदुपयोग हो इस दिशा में हम सभी की भूमिका अहम है। उचित माहौल बनाने के लिए काम करने की जरूरत है। जल जीवन मिशन के कार्यो को बेहतर बनाने के लिए समुदाय के मध्य उचित माहौल बनाने की आवश्यकता है साथ ही समुदाय मिशन के कार्यो को अपना संपत्ति समझे। इस दिशा में कार्य करना होगा।
2024 के अंत तक सभी गांव में नल से पहुंचाना है शुद्ध पानी
राज्य नोडल अधिकारी अधीक्षक अभियंता कैलाश मढ़रिया ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार 2024 के अंत तक राज्य के सभी गांव में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम पूरा कर लेगी। यह कार्यक्रम पूरा होने के बाद ग्राम पंचायतों व समितियों को जल वितरण संबंधी अपनी योजनाएं खुद ही बनाएगी। वे खुद ही इनका रखरखाव करेंगे। इस वजह से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने 5 सूत्रीय टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि 55 लीटर प्रति व्यक्ति शुद्ध पेयजल, गुणवत्ता, नियमित, टिकाऊ व वास्तविक मूल्य के साथ जल जीवन मिशन को हम पूरा कर सकते है। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत प्रति व्यक्ति 55 लीटर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की इस योजना के विषय में लोगों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक प्रदेश के ग्राम के सभी घरों को नल जल की गुणवत्तापूर्ण सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।