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अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन गतिरोध पर संसद में सरकार को घेरने की तैयारी में कांग्रेस

नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में भारत-चीन के सैनिकों (Indo-China Soldiers) के बीच 9 और 11 दिसंबर को जोरदार हिंसक झड़प की खबर ने भारत की राजनीती गरमा गई है। वहीं इस इस झड़प में दोनों देशों के ही जवान घायल हुए। इस मामले में कांग्रेस आज संसद में केंद्र सरकार को घरेने वाली है। इसको लेकर पार्टी ने तैयारी कर ली है।

कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन (Nasir Hussain)ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन गतिरोध पर चर्चा के लिए नियम 176 के तहत राज्यसभा में छोटी अवधि की चर्चा की सूचना दी। वहीं पार्टी के सांसद मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने सदन में मामले पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन आमने-सामने पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया उन्होंने कहा पीएम और रक्षा मंत्री से बयान देने और सदन में चर्चा करने का आग्रह करता हूं।

कांग्रेस सांसद डॉ एल हनुमंथैया, जेबी माथेर और रजनी ए पाटिल ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन आमने-सामने पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया। वहीं दूसरी ओर अरुणाचल के सांसद तापिर गाव ने अपने एक बयान में कहा कि भारत-चीन के बीच ये विवाद कांग्रेस ने ही पैदा किया था। कांग्रेस को अपनी सरकार में मैकमोहन लाइन को कंट्रोल करना ही चाहिए था। उन्होंने कहा कि, इस झड़प में हमारे कई सैनिक घायल हैं, लेकिन चीन के सैनिक इसमें ज्यादा घायल हुए हैं।

बता दें कि झड़प में दोनों तरफ से सैनिकों को गंभीर चोट आई है। यहां दोनों तरफ से करीब 500 सैनिक थे। इनमें भारतीय सैनिकों ने करीब 300 चीनी सैनिकों की पिटाई की। बाद उन्हें वहां से खदेड़ दिया।झड़प में सबसे ज्यादा चीन के सैनिक जख्मी हुए हैं।इस झड़प के तुरंत बाद दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति पर लौट गए हैं। दोनों देशों क एरिया कमांडरों ने फ्लैग मीटिंग करके सीमा पर शांति बनाए रखने पर चर्चा की।

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