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जामिया यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था ISIS का आतंकी मोहसिन, किसी को भनक तक नहीं लगी..

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाटला हाउस के जोहाबाई एक्सटेंशन से मोहसिन अहमद नामक एक स्टूडेंट को अरेस्ट किया है, जो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (ISIS) के लिए फंड्स जमा कर रहा था। यही नहीं, मोहसिन इस आतंकी संगठन का सक्रिय सदस्य भी था। मूल रूप से बिहार की राजधानी पटना के निवासी मोहसिन खान के बाटला हाउस स्थित ठिकाने की NIA ने तलाशी ली। यहां से NIA को जो सुराग मिले, उसे देखते हुए एजेंसी ने ISIS के लिए ऑन ग्राउंड और ऑनलाइन अभियान चलाने के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया।

उल्लेखनीय है कि इस सम्बन्ध में NIA ने जून 2022 में स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया था। मोहसिन अहमद को NIA ने एक कट्टरपंथी बताया है। भारत के साथ ही वो विदेश से भी ISIS से सम्बन्ध रखने वालों से फंड्स लेकर जमा कर रहा था। इसके बाद इस फंड को आतंकी संगठन की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए क्रिप्टोकरेंसी के जरिए सीरिया और अन्य देशों में पहुंचया जा रहा था। इस मामले में अभी आगे की जाँच जारी है। NIA पता लगा रही है कि वो कहाँ किस-किस के संपर्क में था, इसमें उसके साथ इस काम में कौन-कौन शामिल है और कितने पैसे कहाँ-कहाँ भेजे जाते थे।

इससे पहले 31 जुलाई को भी NIA ने 6 राज्यों में 13 ठिकानों पर रेड मारी थी। मोहसिन अहमद इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है और प्रथम वर्ष में पढ़ता है। हालांकि, आरोपी मोहसिन के परिवार का कहना है कि उस पर लगे आरोप निराधार हैं। परिवार ने कोर्ट NIA के दावों को चुनौती देने की बात कही है। घर में मोहसिन अहमद की तीन बहनें हैं और उसके पिता इंडियन रेलवे के कर्मचारी हैं। उसकी एक बहन ने दलील दी है कि वो (मोहसिन) खुद उससे कुछ दिन पहले 4000 रुपए माँग रहा था, इसीलिए उसके पास इतने रुपए नहीं होंगे और वो फंड्स इकट्ठे नहीं कर रहा होगा।

मोहसिन का परिवार उसे एक मददगार के रूप में पेश करते हुए कह रहा है कि वो गरीबों को अनाज मुहैया कराता था। परिवार उसे ‘बच्चा’ बता रहा है, जिसे पता भी नहीं होगा कि वो क्या काम कर रहा था। वो जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का छात्र है। उसे रविवार (7 अगस्त, 2022) को अरेस्ट किया गया है। छापेमारी के दौरान उसके घर से कई विवादित वस्तुएँ मिली हैं। उसके साथी छात्रों ने ही उसके बारे में सूचना दी थी। वो सीरिया में मौजूद आतंकी संगठन ISIS के 35 कमांडरों के संपर्क में था।

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