माफिया मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े मेराज खान ने किया आत्मसमर्पण
वाराणसी : माफिया मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े मेराज ने शनिवार की सुबह वाराणसी के सरैया चौकी में पहुंचकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। मेराज के पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की जानकारी मिलने के बाद वाराणसी पुलिस सक्रिय हुई और इसके बाद मेराज को जैतपुरा थाने पुलिस लेकर पहुंची और पूछताछ शुरु की।
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मऊ सदर विधायक और अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना मुख्तार अंसारी की गैंग सदस्य रहे मेराज अहमद उर्फ भाई मेराज ने शनिवार को सरैया पुलिस चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने चौकी प्रभारी मोहम्मद अकरम व कांस्टेबल अखिलेश की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया है। इससे पहले उनकी पिस्टल का लाइसेंस जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने नौ सितंबर को निरस्त कर दिया था। यह कार्रवाई जैतपुरा थाने की पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी।
गाजीपुर जिले के करीममुद्दीनपुर थाना अंतर्गत महेंन गांव के मूल निवासी और पहड़िया क्षेत्र की अशोक विहार कॉलोनी में रहने वाले मेराज के खिलाफ जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि उसने अपनी पिस्टल के लाइसेंस का नवीनीकरण फर्जी तरीके से कराया है। वहीं असलहे को लेकर फर्जीवाड़ा पकड़ में आने पर इंस्पेक्टर शशिभूषण राय की तहरीर के आधार पर जैतपुरा थाने में मेराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद मेराज फरार चल रहा था।
एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने मेराज की पिस्टल का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। मेराज के भाई सेराज को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जैतपुरा पुलिस के मुताबिक सेराज ने मेराज की भगाने में मदद की और उसे संरक्षण दिया था। सेराज प्रयागराज के सराय नाइक थाने पर सिपाही है।
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