उत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगराज्यलखनऊ

मुख्यमंत्री का आदेश, यूपी में मॉर्निंग वॉक के लिए नियमों के साथ खुले पार्क

लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में समय तय करके मार्निंग वॉक के लिए पार्कों को खोलने की अनुमति देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय तय करके पार्कों में मॉर्निग वॉक की अनुमति दी जाए। सुरक्षा तथा शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) सुनिश्चित करने के लिए पार्कों में पेट्रोलिंग की जाए। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कामगारों, श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। इसके लिए कामगारों, श्रमिकों की स्किल मैपिंग का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी 15 दिनों में यह कार्य पूरा करते हुए सभी का डाटा संकलित कर लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को यहां लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने विभिन्न राज्यों से प्रदेश आने के इच्छुक कामगारों की सूची प्राप्त करने के लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार सभी कामगारों, श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। कामगारों, श्रमिकों की सम्मानजनक व सुरक्षित वापसी के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने निःशुल्क ट्रेन तथा बस की व्यवस्था की है।

सभी कामगारों हो स्क्रीनिंग

उन्होंने कहा कि प्रदेश आने वाले सभी कामगारों व श्रमिकों की स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार एकांतवास केन्द्र (क्वारंटाइन सेन्टर) अथवा घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटाइन) के लिए घर भेजा जाए। कामगारों, श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंदों को सामुदायिक रसोई (कम्युनिटी किचन) के माध्यम से भोजन पैकेट सुलभ कराए जाएं। वित्तीय तथा औद्योगिक संस्थानों सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर पेट्रोलिंग व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए।

एयरपोर्ट पर दो सवारी तथा एक चालक के लिए टैक्सी की अनुमति

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही एयरपोर्ट पर दो सवारी तथा एक चालक के लिए टैक्सी की अनुमति दी जाए। उन्होंने जोखिम क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) में होम डिलीवरी व्यवस्था प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए।

खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की तैयारियां करें प्रारम्भ

घरेलू एकांतवास के लिए घर जाने वाले कामगारों, श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराई जाए। घरेलू एकांतवास के दौरान इन्हें 01 हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। इनके लिए खाद्यान्न की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कामगारों के नए राशन कार्ड भी बनाए जाएं। उन्होंने 01 जून, 2020 से प्रारम्भ होने वाले खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की तैयारियां अभी से प्रारम्भ करने के निर्देश भी दिए।

औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के किए जाएं उपाय

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से कामगारों, श्रमिकों से संवाद किया जाए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं। एमएसएमई इकाइयों सहित विभिन्न उद्योगों में कामगारों, श्रमिकों को उनकी दक्षता के अनुरूप समायोजित करने के लिए सभी प्रकार के उद्योगों का सर्वे कराया जाए। उन्होंने सभी दुग्ध समितियों को सक्रिय रखने के लिए गम्भीरता से प्रयास करने के निर्देश भी दिए।

जेल में संक्रमण के प्रसार पर लगायें प्रभावी रोक

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों को निरन्तर सक्रिय रखा जाए। इन चिकित्सालयों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर सहित सभी बचाव उपकरणों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पुलिस बल तथा जेल में संक्रमण के प्रसार पर प्रभावी रोक लगायी जाए। मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए डाॅक्टरों सहित सभी चिकित्साकर्मियों का प्रशिक्षण कार्य निरन्तर जारी रखा जाए।

प्रत्येक जनपद में तेजी से हो टेस्टिंग लैब की स्थापना का काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या को इस माह के अन्त तक बढ़ाकर एक लाख बेड किया जाए। अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में एक टेस्टिंग लैब की स्थापना के कार्य को गति प्रदान की जाए। सभी नाॅन कोविड अस्पतालों में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए इमरजेंसी सेवाओं का संचालन तथा आवश्यक ऑपरेशन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

बड़े चिकित्सा संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से किया जाए लैस

उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे प्रदेश के बड़े चिकित्सा संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने तथा सुदृढ़ बनाने की कार्यवाही की जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नगरीय इलाकों के प्रमुख स्थानों पर पेयजल के टैंकर रखवाए जाएं।

Related Articles

Back to top button