कुएं से निकले 9 प्रवासी श्रमिकों के शव, मरने वालों में एक महिला और बच्चा भी शामिल
नई दिल्ली: तेलंगाना के वारंगल में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक कुएं से 9 प्रवासी श्रमिकों के शव बरामद हुए हैं। पुलिस ने सारे शवों को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। बताया जा रहा है कि मरने वाले सभी श्रमिक बंगाल और बिहार के रहने वाले थे। जिन शवों को निकाला गया है उनमें बच्चों और महिलाओं के शव भी शामिल हें।
पुलिस ने बताया कि मामला वारंगल के ग्रामीण इलाके का है। यहां एक कुएं से 9 शव निकाले गए हैं। पुलिस ने बताया कि उन्हें गीसुगोंडा मंडल के गोर्टेकुंटा इंडस्ट्रियल एरिया में बने एक कुएं के अंदर प्रवासी श्रमिकों के शव पड़े होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव निकाले। पुलिस ने बताया कि जानकारी के मुताबिक सभी श्रमिक वहां एक कोल्ड स्टोरेज में काम करते थे।
पुलिस ने बताया कि नौ शवों में से एक बच्चा और एक महिला का शव भी शामिल है। पड़ताल में पता चला है कि सात लोग पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और दो मजदूर बिहार के निवासी थे। वे तेलंगाना में कमाने आए थे। लॉकडाउन के बाद से उनकी आमदनी बंद हो गई थी। वे लोग परेशान थे। वे अपने-अपने गांव जाने जाने वाले थे लेकिन अचानक लापता हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए एमजीएम हॉस्पिटल भेजा गया है। केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। प्रवासी श्रमिकों से जुड़े सभी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। स्थानीय लोगों से भी पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने बताया कि शव निकालने के लिए पंप के जरिए पहले कुएं से पानी निकाला गया, उसके बाद शव बाहर निकाले जा सके।
पुलिस के मुताबिक 9 मृतकों में छह एक ही परिवार के हैं। इनकी पहचान मकसूद (50), उसकी पत्नी निशा (45), बेटी बुशरा (20) बुशरा का बेटा (3), मकसूद के दो बेटे शाहबाद (22) सोहेल (20) के रूप में की गई। यह सभी पश्चिम बंगाल के हैं। इसके अलावा तीन शवों की पहचान श्रीराम (20), श्याम (22) और शकील (21) के रूप में हुई है। यह तीनों बिहार के बताये जा रहे हैं। यह तीनों अभी कुछ माह पूर्व ही यहां काम करने पहुंचे थे। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस अभी और शव होने की आशंका के चलते कुएं में पंप लगाकर पानी निकाल रही है और मौके पर डॉग स्क्वायड भी बुलाया है।
कुएं से नौ लोगों के शव मिलने की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये और लोगों से पूछताछ की। इसी बीच वरंगल के पुलिस आयुक्त मौके पर पहुंचे और घटना के कारणों को जानने की कोशिश की। पुलिस आयुक्त रविंद्र ने बताया कि पुलिस ने अभी संदेहास्पद परिस्थियों में मौत का मामला दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पश्चात ही पता चलेगा कि इनकी मौत खुदकुशी से हुई है या इनकी हत्या की गयी है।
पुलिस ने बताया कि मकसूद 20 साल पहले पश्चिम बंगाल से वरंगल अपने परिवार समेत आया था और यहां के टाट की बोरियों के एक गोदाम में काम करता था। मालिक ने गोदाम में रहने के लिये दो कमरे दिए थे। मकसूद की बेटी भी तलाक होने के पश्चात अपने एक बेटे के साथ पिता के साथ रहती थी। इनके पड़ोस में बिहार के युवक श्रीराम और श्याम भी रहते थे। पुलिस फिलहाल इसे लाॅकडाउन के मध्य आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या का भी मामला मान रही है।