नई दिल्ली, । जेल में बंद आप के मंत्री सत्येंद्र जैन को अगले 15 दिनों तक किसी से मिलने नहीं दिया जाएगा। तिहाड़ जेल में रहने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी। जैन मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जून से ही वहां बंद हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि उनके सेल में टेबल और कुर्सी जैसी सभी सुविधाएं भी हटा दी जाएंगी।
हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा गठित प्रधान सचिव (गृह) की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति ने कहा कि जैन ने जेल के मानदंडों का उल्लंघन किया और जेल में विशेष उपचार का आनंद लेने के लिए अपने आधिकारिक पद और अधिकार का दुरुपयोग किया।
समिति द्वारा तैयार जांच रिपोर्ट, जिसमें प्रमुख सचिव (कानून और सचिव, सतर्कता) भी शामिल थे, ने कहा कि जैन अक्सर जेल में अपनी पत्नी पूनम जैन और परिवार के अन्य सदस्यों से मिलते थे, दिल्ली सरकार में जेल मंत्री के रूप में अपने अधिकार का दुरुपयोग करते थे।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्षो में कहा गया है कि रिंकू, अफसर अली, मनीष (सभी पोक्सो आरोपी), सोनू सिंह और दिलीप कुमार नाम के कम से कम पांच कैदियों पर जेल प्रशासन (अधीक्षक, वार्डन और मुंशी सहित) ने जैन को ‘विशेष सेवाएं’ देने के लिए दबाव डाला था।
ईडी ने उन पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आरोप लगाया था कि उन्होंने कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग की और उनके पास उनकी आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति का मालिकाना हक है। उन्हें 30 मई को गिरफ्तार किया गया था।
समिति ने जैन के साथ तत्कालीन डीजी जेल, संदीप गोयल की मिलीभगत भी पाई और जेल में बंद मंत्री को वीआईपी ट्रीटमेंट देने के लिए गोयल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की सिफारिश की।
गोयल को हाल ही में निलंबित किया गया है।
जांच समिति ने पाया है कि गोयल ने 6 अक्टूबर को लगभग 50 मिनट के लिए अपने सेल में जैन से मुलाकात की, यह दर्शाता है कि गोयल जैन के काफी करीबी थे और शीर्ष अधिकारियों, यानी तत्कालीन डीजी (जेल), गोयल की मिलीभगत का संकेत देते हैं।