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अब पूर्वोत्तर भारत में जलप्रलय, चीन ने ‘घाव पर छिड़का नमक’-ब्रह्मपुत्र नदी में छोड़ा पानी

केरल के बाद पूर्वोत्तर भारत जल प्रलय से गुजर रहा है. यहां बाढ़ की वजह से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. आपको बता दें कि एक तरफ जहां नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और असम जैसे राज्य पहले से बाढ़ से तबाह थे. वहीं अब चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश से गुजरने वाली ब्रह्मपुत्र नदी में पानी छोड़ दिया है.

अब पूर्वोत्तर भारत में जलप्रलय, चीन ने 'घाव पर छिड़का नमक'-ब्रह्मपुत्र नदी में छोड़ा पानीइससे भारत के पूर्वोत्तर के राज्य असम और अरुणाचल प्रदेश एक कई शहरों पर भयंकर बाढ़ का बड़ा खतरा मंडराने लगा है.

वहीं नगालैंड भी बाढ़ का कहर झेल रहा है. नगालैंड के सीएम नेफ्यू रियो ने केंद्र से मदद की मांग की है. उन्होंने फिलहाल 219 करोड़ रुपये की मदद देने की मांग की है. हालांकि राज्य प्रशासन का मानना है कि यह 400 करोड़ तक जा सकता है. बाढ़ और लैंडस्लाइड की वजह से कई इलाके मुख्य इलाकों से कट गए हैं.

नगालैंड में बाढ़ की वजह से कुछ दिनों के अंदर 12 लोगों की जान चली गई है और हजारों बेघर हो गए हैं.

नगालैंड के सीएम नेफ्यू रियो ने कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर मदद पहुंचाने की कोशिश की है. कई इलाकों में मदद के लिए 10 लाख रुपये दिए गए हैं.

नगालैंड के इस बाढ़ से 400 गांव और 3 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं.

नगालैंड के सीएम नेफ्यू रियो ने ट्वीट कर देशवासियों से संकट के समय में नगालैंड की मदद करने को कहा है.

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हर तरह की मदद का वादा किया है. उन्होंने बताया कि राहत कार्य और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम भेज दी गई है.

आपको बता दें कि चीन ने पानी छोड़े जाने की सूचना भारत सरकार को दी है. चीन के अनुसार 150 साल में इस बार सांगपो (ब्रह्मपुत्र) नदी रूप काफी विकराल हो गया है. भारी बारिश के चलते सांगपो नदी में बाढ़ आ गई है. इस सूचना को प्रदेश प्रशासन गंभीरता से ले रहा है. चीन सरकार की बुधवार को आई रिपोर्ट के अनुसार ब्रह्मपुत्र नदी में 9020 क्यूमेक (क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड) पानी छोड़ा गया है जो कुछ समय में अरुणाचल प्रदेश और असम में पहुंच जाएगा.

आपको बता दें कि यह पहली बार है जब चीन ने इस साल पानी का डेटा भारत के साथ शेयर किया है. आपको बता दें कि भारतीय एजेंसियों के अनुसार चीन द्वारा पानी छोड़ने से ज्यादा प्रवाह नहीं पड़ेगा लेकिन लोगों ने मछली पकड़ने आदि के लिए नदी में जाने से रोकने का अलर्ट जारी किया गया है. आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में ब्रह्मपुत्र नदी का पानी मटमैला हो गया था, इसकी वजह से चीन में कंस्ट्रक्शन को बताया गया था. अरुणाचल प्रदेश के सांसद ने केंद्र सरकार से इस मुद्दे को चीन के साथ उठाने की मांग की थी. वहीं पिछले साल डोकलाम विवाद आदि की वजह से चीन ने भारत के साथद पानी को डेट भी शेयर नहीं किया था और वजह बताई थी कि बाढ़ की वजह से उसके रिकॉर्ड करने वाले केंद्र बह गए थे.

आपको बता दें कि नगालैंड में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं. राहत के तौर पर लोगों को खाने पीने के सामान पहुंचाए जा रहे हैं.

आपको बता दें कि नगालैंड में लगातार भारी बारिश हो रही है जिस कारण लोगों को बाढ़ एवं भू-स्खलन का सामना करना पड़ रहा है. राज्य में अबतक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने राज्य में हुए नुकसान को दिखाने वाले वीडियो का ट्वीट कर सहायता मांगी है. नगालैंड और नॉर्थ-ईस्ट के अन्य राज्यों ने केरल में आई बाढ़ के वक्त राहत फंड में सहयोग दिया था. वहीं अब उनकी सहायत के लिए भी सोशल मीडिया पर लोग अपील कर रहे हैं.

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