अद्धयात्मजीवनशैली

इन सिद्ध मंत्रों से करें चैत्र नवरात्र की शुरुआत

ज्योतिष : शास्त्रों के अनुसार नवरात्र के नौ दिनों में देवी की आराधना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। नवरात्र में देवी के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है और नौ दिनों में नौदुर्गा की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्टों का हरण होता है और विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसलिए एक वर्ष में आने वाली चारों नवरात्र में भक्त माता की कृपा पाने के लिए साधना करते हैं। अब जानते हैं माता के नौ स्वरूप और उनके विशेष मंत्रों के बारे में।
देवी शैलपुत्री : देवी शैलपुत्री की आराधना से सभी तरह के सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। माता शैलपुत्री की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
वन्दे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम।
वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशंस्विनिम।।
देवी ब्रह्मचारिणी : देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना से मानव को तप, त्याग, सदाचार और संयम की शक्ति मिलती है। देवी ब्रह्मचारिणी की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।
देवी चंद्रघण्टा : देवी चंद्रघण्टा की साधना से इहलोक में सभी सुखों की प्राप्ति के बाद परलोक में मोक्ष मिलता है। देवी चंद्रघण्टा की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
पिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते महयं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
देवी कूष्माण्डा : देवी कूष्माण्डा की उपासना से मानव को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। देवी कूष्माण्डा की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
सुरासम्पूर्णकलशं रूधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तुमे।।
देवी स्कन्द माता : देवी स्कन्दमाता की साधना से मानव को समस्त प्रकार की सिद्धि मिलती है। देवी स्कन्दमाता की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।

देवी कात्यायनी : देवी कात्यायनी की उपासना से मानव को अलौकिक तेज की प्राप्ति होती है। देवी कात्यायनी की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
देवी कालरात्रि : देवी कालरात्रि की आराधना करने से दुष्टों का नाश होता है और कष्टों से मुक्ति मिलती है। देवी कालरात्रि की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
एक वेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकणी तैलाभ्यक्तशरीरणी।।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक भूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयड्करी।।
देवी महागौरी : देवी महागौरी की उपासना से सभी प्रकार के दुखों का नाश होता है और सुखों की प्राप्ति होती है। देवी महागौरी की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
श्वेते वृषे समरूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
देवी सिद्धिदात्री : देवी सिद्धिदात्री की उपासना से मानव को समस्त प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती है। देवी सिद्धिदात्री की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यामाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।

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