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गूगल ने माफी मांगी फिर भी पीएम को बता रहा आतंकी

pm_in_google_search_20161123_83230_23_11_2016इंदौर, प्रमोद त्रिवेदी। माफी मांगने के बावजूद गूगल है कि मानता नहीं! वह अब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के 10 खतरनाक आतंकियों में से एक बता रहा है। टॉप 10 क्रिमिनल्स ऑफ द वर्ल्ड लिखकर गूगल में इमेज सर्च करने पर सबसे पहला फोटो मोदी का ही आता है।

इतना ही नहीं, वह उन्हें फेंकू भी बता रहा है। फेंकू शब्द लिखकर सर्च करने पर सबसे पहले मोदी की तस्वीर और डिटेल आती है। इसी तरह पप्पू लिखने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पलटू सर्च करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर व जानकारी आती है।

गूगल सर्च में फेंकू टाइप करने पर पीएम मोदी का भाषण देते हुए तस्वीर सामने आती है। इसमें लिखा है किसानों को कार्ड देने के मामले में गुजरात का छठा नंबर। इसके साथ झूठा और फेंकू शब्द के साथ कई कमेंट्स आते हैं। फिर टि्वटर पर मोदी का ट्वीट और कमेंट्स के साथ उनके कार्टून दिखते हैं। इसी तरह से पप्पू सर्च करते ही सिर पर हाथ रखे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का फोटो आता है।

दूसरे फोटो में राहुल के फोटो के साथ पप्पूजी बिस्किट और फिर फोटो की फेहरिस्त शुरू होती है। अगले कई पेजों तक करीब 80 फीसदी फोटो राहुल के दिखते हैं। फोटो के साथ राहुल पर बने जोक्स भी आते हैं, जैसे दो मिनट के लिए पीएम बना दें तो तुम क्या करोगे?

गूगल ऐसे सर्च करता है

गूगल एक सेकंड से भी कम वक्त में यूजर की मांग के हिसाब से लाखों रिजल्ट डिस्प्ले करता है। सबसे ज्यादा बार लिखा जाने वाला शब्द या देखा जाने वाला शब्द सर्च करने पर सबसे पहले दिखता है। दरअसल, गूगल सर्च का काम तीन चरणों में होता है। क्रॉलिंग, इंडेक्सिंग और शोइंग रिजल्ट। क्रॉलिंग का मतलब होता है रेंगना। यह ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें गूगल इंटरनेट पर मौजूद सभी सर्वर्स और वेबसाइट्स को बारी-बारी से चेक करता है। गूगल के सर्वर इतने तेज हैं कि गूगलबोट एल्गोरिथम को यह काम करने के लिए सिर्फ कुछ मिलीसेकंड्स का समय लगता है।

दूसरा है इंडेक्सिंग। यह सर्च की बहुत अहम प्रक्रिया है। चाही गई जानकारी को एक क्रम में जमा दिया जाता है। इनमें सबसे पहले वह चीज होती है, जो सबसे अधिक बार देखी गई हो। इसके बाद तीसरा चरण आता है। इसमें वेबपेज पर रिजल्ट दिखा दिए जाते हैं।

इसे ठीक करने पर काम कर रहे हैं, माफी चाहते हैं

सर्च हमेशा परफेक्ट नहीं होती। हम लगातार इसे ठीक करने पर काम कर रहे हैं। ऐसे फोटो गूगल के अपने विचार नहीं हैं। हम मिसअंडरस्टेंडिंग और कन्फ्यूजन के लिए माफी चाहते हैं। -मीनू हाण्डा, प्रवक्ता गूगल, भारत

 

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