झारखण्डराज्य

झारखंड के सबसे बड़े कोविड केयर हॉस्पिटल RIMS में बचे मात्र 5 मरीज, सदर अस्पताल में कोरोना वार्ड खाली

अगले महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जतायी गयी है। इसमें राज्य के 7 लाख से ज्यादा बच्चों के अलावा युवा और बुजुर्ग के भी चपेट में आने आशंका जताई गई है। (प्रतिकात्मक फोटो ) - Dainik Bhaskar

अगले महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जतायी गयी है। इसमें राज्य के 7 लाख से ज्यादा बच्चों के अलावा युवा और बुजुर्ग के भी चपेट में आने आशंका जताई गई है। (प्रतिकात्मक फोटो )

अपने झारखंड से कोरोना हार रहा है यहां रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या भी अब दहाई में पहुंच गया है। रविवार को झारखंड में मात्र 81 नए मरीज मिले हैं, जबकि 163 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर अब मात्र 1030 रह गई है। वहीं अस्पताल में मरीजों की स्थिति देखें तो रिम्स में जहां कोरोना के पांच मरीजों का इलाज चल रहा है, वहीं सदर में कोरोना का एक भी मरीज एडमिट नहीं है। शहर के लगभग सभी निजी अस्पतालों के कोविढ वार्ड भी खाली हो गए हैं। राज्य में एक्टिव कुल मरीजों में 751 मरीजों में कोई लक्षण नहीं है, जबकि 279 में कोरोना के लक्षण हैं।

बाहर से आने वाले लोगों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग
डेल्टा प्लस झारखंड के पड़ोसी राज्य उड़ीसा में दस्तक दे चुका है। इसके कारण झारखंड में भी चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर हाई अलर्ट मोड में है। इसके मद्देनजर झारखंड में सतर्कता बढ़ा दी गई है। सरकार की तरफ से निर्णय लिया गया है कि ऐसे प्रभावित 12 राज्यों से आने वाले लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। इस संबंध में राज्य के सभी डीसी को निर्देश भेज दिया गया है।

थर्ड वेव को लेकर बेड रिजर्व
अगले महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जतायी गयी है। इसमें राज्य के 7 लाख से ज्यादा बच्चों के अलावा युवा और बुजुर्ग के भी चपेट में आने आशंका जताई गई है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी बेड फिलहाल रिजर्व रखे गए हैं।

 

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