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थाईलैंड में 10 दिन से गुफा में फंसे 12 फुटबॉलर जिंदा, सभी को बाहर निकालने में 4 महीने लग सकते हैं


बैंकॉक : थाईलैंड की गुफा थैम लुआंग में 10 दिन से फंसे जूनियर फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ियों और उनके कोच को ब्रिटिश गोताखोरों ने सोमवार शाम खोज निकाला। ये सभी जिंदा हैं। दो घायल हैं। अब गुफा के अंदर फाेन केबल्स डाली जा रही हैं ताकि फुटबॉलर अपने परिवार से बात कर सकें। थाईलैंड की सेना का कहना है कि गुफा से बाहर आने के लिए इन बच्चों को तैराकी सीखनी होगी या फिर उन्हें बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार करना होगा। इसमें चार महीने यानी अक्टूबर तक का वक्त लग सकता है। अब बच्चों के लिए चार महीने का खाना जुटाने पर भी विचार किया जा रहा है। दरअसल, ये सभी एक ऐसी जगह पर हैं जहां अंदर जाने का पर्याप्त रास्ता नहीं है।

गुफा में इतना ज्यादा पानी भरा है कि पंप से हर घंटे 10 हजार लीटर पानी निकालने के बाद भी एक घंटे में वॉटर लेवल एक सेंटीमीटर तक ही कम हो पा रहा है। वहीं, बुधवार से दोबारा भारी बारिश का अनुमान है। ये सभी 12 खिलाड़ी अंडर-16 फुटबॉल टीम के सदस्य हैं। इनकी उम्र 11 से 16 साल के बीच है। कोच की उम्र 25 साल है। इस तरह 13 लोग गुफा में फंसे हैं। सभी अभ्यास मैच के बाद गुफा देखने गए थे। ये एक समुद्र तट पर मौजूद रास्ते से गुफा के अंदर गए। रास्ता बहुत संकरा था। तभी बारिश और बाढ़ आ गई। इससे ये 10 किलोमीटर लंबी गुफा में रुक गए, लेकिन पानी बढ़ने से गुफा से बाहर निकलने का संकरा रास्ता बंद हो गया। बारिश के हर मौसम में ये गुफा खतरनाक हो जाती है, इसलिए यहां जुलाई से नवंबर के बीच एंट्री बंद कर दी जाती है। इनकी तलाश और बचाव के काम में 1200 जवान लगे हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि गुफा में पीने लायक पानी होने की वजह से ये अब तक जिंदा हैं। गुफा में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 200 सिलेंडर बुलावाए गए हैं। यह गुफा म्यांमार और लाओस बॉर्डर के पास नेशनल पार्क के भीतर स्थित है। बेल्जियम के गोताखोर बेन रेमेनेंट्स ने बताया कि इस गुफा में छोटी-छोटी सुरंगें हैं। ये कई किलोमीटर तक फैली हैं। तापमान 21 डिग्री है और सतह इतनी दलदली है कि उस पर खड़े रहना भी मुश्किल है। रेस्क्यू टीम तीन तरीकों पर गौर कर रही है। पहला- गुफा से बाहर निकल रही सुरंगों का सबसे सुरक्षित रास्ता ढूंढकर फुटबॉलरों को गोताखोरी सिखाई जाए और बाहर निकाला जाए। दूसरा- रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत जो चिमनियां गुफा के अंदर ड्रिल की जा रही हैं, अगर वे एक सूखे स्थान तक पहुंचती हैं तो उनके जरिए बच्चों को बाहर निकाला जाए। तीसरा- बाढ़ खत्म होने का इंतजार किया जाए। ये सबसे सुरक्षित तरीका है, लेकिन इसमें महीनों लग सकते हैं।

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