अजब-गजबउत्तर प्रदेशफीचर्डलखनऊ

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक, युवक गिरफ्तार, अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से जुड़े कार्यक्रम का मिनट टू मिनट सोशल मीडिया पर वायरल करना युवक को महंगा पड़ गया। एसपीजी के अधिकारियों के निर्देश पर वाराणसी के कैंट थाने में इंस्पेक्टर विष्णु प्रकाश श्रीवास्तव की तहरीर पर अनुपम पांडेय के खिलाफ ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
एसपीजी की ओर से इस मामले में आपत्ति जताने के बाद डीजीपी के निर्देश पर युवक को गिरफ्तार कर लिया। देर रात उससे पूछताछ होती रही। दरअसल, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे को लेकर एसपीजी खासी सतर्कता बरत रही थी। आतंकी खतरे को लेकर खुफिया एजेंसियों की ओर से पहले ही कई इनपुट जारी हैं। ऐसे में वाराणसी दौरे का मिनट-टू-मिनट ब्योरा सोशल मीडिया पर जारी होते ही प्रधानमन्त्री की सुरक्षा में तैनात एसपीजी सक्रिय हो उठी। जांच में पता चला कि अनुपम पांडेय की ओर से सोशल मीडिया पर सबसे पहले प्रधानमन्त्री का कार्यक्रम जारी किया गया था। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक बनारस कैंट ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अनुपम पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। उसके नाम की तस्दीक करने के साथ ही निवास स्थान का पता लगाया जा रहा है। मामले से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। आननफानन में वाराणसी में आला अधिकारियों से वार्ता कर आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
        मिली जानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए युवक के पिता जिला जौनपुर में आयुर्वेद के चिकित्साधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हैं। परिजनों ने दावा किया कि अनुपम दो वर्ष पहले प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से जुड़ा था, तबीयत खराब होने के चलते वह वाराणसी आ गया। ध्यान देने वाली बात यह है कि अनुपम पांडेय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं। मोदी ट्वीटर पर केवल 1,932 लोगों को फॉलो करते हैं जिनमें अनुपम पांडेय भी शामिल है। अनुपम पांडेय का अकाउंट ट्विटर पर वेरिफाइड है। अनुपम को ट्वीटर पर 28 हजार से ज्याद लोग फॉलो करते हैं। अनुपम ने 2015 में 2 जुलाई को मोदी के साथ एक फोटो पोस्ट की थी। इस फोटो में अनुपम के साथ प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी मुस्कुराते हुए हाथ मिलाते दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो को 1 हजार लोगों ने लाइक और 543 लोगों ने रिट्वीट किया है।
उधर, सूरक्षा में चूक का दूसरा मामला भी सामने आया है। यह मामला मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन परिसर में पीएम मोदी के वाराणसी-पटना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाए जाने के समय का है। मोदी का काफिला स्टेशन परिसर में घुसने के दौरान तमाम लोग सुरक्षा के लिए बने प्रतिबंधित क्षेत्र में दाखिल हो गए थे। हालांकि एसपीजी ने तत्काल भीड़ को रोक लिया था। इसी मामले में भीड़ के स्टेशन परिसर में घुसने को एसपीजी ने इसे सुरक्षा में चूक मानते हुए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण देने को कहा है, जिसके बाद सुरक्षा में तैनात रेलवे पुलिस के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। वहीँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। योगी ने कहा था कि प्रधानमन्त्री और फ्रांस के राष्ट्रपति की सुरक्षा में अगर कोई चूक होती है तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

Related Articles

Back to top button