अगर आप कंही पिकनिक मनाने का सोंच रहे है। या फिर आपको बाग-बगीचों में घूमना पसन्द है तो शालीमार बाग आपके सपने को सच कर देगा। जी हां शालीमार बाग जहां फूल और अनेक पेड़-पौधों के कारण हरियाली का दृश्य देखने को मिलता है। यहां पर आने के बाद किसी का भी मन जाने को नहीं करता।
श्रीनगर शहर का जाना माना शालीमार बाग जिसे प्रेम का बाग भी कहा जाता है। यह मुगल काल का सबसे बड़ा लोकप्रिय बाग रह चुका है। मुगल शासक जहांगीर शालीमार बाग़ को फरह बख्श कहकर पुकारते थे जिसका अर्थ होता है सुहावना या आनंदमय। उस समय यह बाग काफी लोगप्रिय था।
अगर शालीमार बाग के इतिहास की बात करें तो इस बाग का निर्माण 1616 में जहांगीर ने रानी मेहरून्निसा की याद में करवाया था। यह काफी विशाल काय बगीचा है। जिसमें उस समय राजा वा रानीयों का यहां सैर-सपाटा का एरिया था। आज भी यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ी होती है। इस बगीचे का आनन्द लेने के लिए एक बार आपको यहां जरूर जाना चाहिए।