अभी-अभी: विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, धनश्याम तिवाड़ी ने पार्टी छोड़ी
भाजपा से नाराज चल रहे वरिष्ठ पार्टी विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने आज पार्टी से त्याग पत्र दे दिया। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश और देश में ‘अघोषित आपातकाल’ से लड़ेंगे।
तिवाड़ी ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘अघोषित आपातकाल वास्तविक आपातकाल से ज्यादा खतरनाक है। मैंने दोनों ही दौर देखे हैं और मैं इसके खिलाफ लड़ने के लिये पार्टी से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं।’ राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये तिवाड़ी के पुत्र अखिलेश तिवाड़ी ने हाल ही में ‘भारत वाहिनी पार्टी’ का गठन किया है।
तिवाड़ी ने कहा कि अच्छी बात है कि आज भाजपा 25 जून 1975 में कांग्रेस द्वारा घोषित आपातकाल के विरोध में युवाओं में जागरूकता पैदा करने के लिये ‘काला दिवस’ मना रही है।
उन्होंने कहा कि आज आपातकाल लगाना संभव नहीं है, लेकिन ‘‘यह बताना जरूरी है कि देश पिछले चार सालों से अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है।’’ तिवाड़ी ने कहा कि उन्होंने देश और प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपना त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को दिया है और उन्हें उम्मीद है कि उनके सुझावों को लागू करने से पार्टी और देश को फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि वह ‘‘अब देश और प्रदेश में अघोषित आपातकाल के विरूद्व आवाज उठायेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी सत्ता के लालच में लोकतांत्रिक संस्थानों का गला नहीं घोट सके।’’ उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों ने कांग्रेस से परेशान होकर भाजपा को सत्ता सौंपी थी, यहीं नहीं प्रदेश की जनता ने भाजपा को 25 लोकसभा की सीटों पर जीत दर्ज करवा कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हालांकि आज प्रदेश की जनता उनके लिये हुए निर्णय पर ठगा हुआ महसूस कर रही है।
तिवाड़ी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से भारत वाहिनी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। इस पार्टी के दरवाजे समान विचारधारा वाले राजनैतिक नेताओं के लिये खुले हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय अनुशासन समिति द्वारा पिछले वर्ष तिवाड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किये जाने के बाद से वह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं।
अनुशासन समिति की ओर तिवाड़ी को उस समय नोटिस जारी किया गया जब उन्होंने पार्टी पर यह कहते हुए आरोप लगाये थे कि पार्टी माफियाओं और चापलूसों का अड्डा बन चुकी है और पार्टी के समर्पित निष्ठावान और योग्य लोगों को पार्टी से दूर किया जा रहा है।