पाकिस्तान के पास बांध बनाने के पैसे नहीं, जज और सेना चंदा जुटाने में दे रहें है साथ
लाहौर : भारत को जंग की धमकी दे चुका पाकिस्तान इस समय खुद कंगाली की कगार पर खड़ा है| जिसके ऊपर अरबों रुपए का कर्ज है| इसी से निपटने के लिए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान सऊदी अरब की यात्रा पर गए थे| पाकिस्तान की वित्तीय हालत इस कदर खराब है, उसके पास दो जरूरी बांध बनाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं| पाकिस्तान दो बांध मोहमंद और डायमर बांध बनाना चाहता है| लेकिन उसके पास पैसे की कमी होने के कारण वह पूरा नहीं हो प् रहा है | इसलिए अबन वह चंदा जुटाने का काम ज्यूडिशरी और सेना कर रही है| पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस दिशा में पहल की है| इन दोनों बांध को बनाने की अनुमानित लागत 12.4 अरब डॉलर है| लेकिन सरकार के पास करीब डेढ़ अरब रुपए हैं| सेना भी इस काम के लिए चंदा दे रही है| खुद पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने 100 करोड़ रुपए का चंदा दिया है| अभी तक इसके लिए 374 करोड़ रुपए जुटा लिए गए हैं| इस सहायता के लिए एक ऑनलाइन पेज बनाया गया है| इस पर एक अकाउंट नंबर दिया गया है| यहां पर पाकिस्तान के लोगों से चंदे की अपील की गई है| पाकिस्तान से बाहर रह रहे लोगों से भी चंदा मांगा जा रहा है| ये अभियान 6 जुलाई को शुरू हुआ था| करीब ढाई महीने में ये रकम 3 अरब से ज्यादा हो गई है| विश्व बांध आयोग के मुताबिक, बड़े बांध बनाने में अनुमानित लागत से 63% ज्यादा पैसा लग जाता है| 30 हजार करोड़ रुपए की लागत वाले मोहमंद का काम 2012 से जारी है। सवा लाख करोड़ रुपए की लागत वाले दायमर-बाशा का काम अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है| पाकिस्तान के विशेषज्ञों का कहना है, कि पाकिस्तान को इस रास्ते से पैसा मिलने में काफी वक्त लगेगा| हालांकि कहना होगा कि एक तिहाई रकम इस चंदे से जुटाई जा चुकी है|