अलविदा बालीवुड : नहीं रहीं मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान
मुंबई(एजेंसी): बालीवुड की मशहूर कोरियॉग्राफर सरोज खान का शुक्रवार रात हृदयाघात से गुरु नानक अस्पताल में निधन हो गया। वह 71 साल की थीं। वह पिछले कुछ दिन से अस्वस्थ थीं। मधुमेह से पीड़ित सरोज खान को सांस लेने में तकलीफ के बाद मुंबई के बांद्रा में स्थित गुरु नानक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने शुक्रवार रात 1.52 मिनट पर अंतिम सांस ली।
यह दिग्गज कोरियॉग्रफर डायबिटीज और इससे संबंधित बीमारियों से जूझ रही थीं। हॉस्पिटल में भर्ती के बाद उनके कोरोना संक्रमण की जांच भी की गई थी, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव थी। वह लंबे समय से अपने काम से ब्रेक पर थीं लेकिन बीते साल (2019) उन्होंने वापसी की और मल्टीस्टारर फिल्म ‘कलंक’ और कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी’ में एक-एक गाने को कोरियॉग्राफ किया था।
आपको बता दें कि निर्मला नागपाल’ उर्फ सरोज खान का जन्म 22 नवम्बर जन्म १९४८ में हुआ था जो कि बॉलीबुड की सबसे प्रमुख न्रत्य कोरियोग्राफर्र है। उन्होने २०० से भी अधिक फिल्मो मे काम किया है।
सरोज खान की माँ और पिताजी क्रिश्छन्द् साधु सिंह और नोनी साधु सिंह है। निर्मला जो सरोज खान के नाम से प्रसिद है उन्के माता-पिता भारत के विभाजन के बाद भारत चले आए थे। वह एक मुस्लिम से शादी की है। उन्का नाम सर्दार् रोशन खान है और वहि से उन्क अन्तिम नाम खान अता है। उन्होने नृत्य कि शिक्श बी सोहनलाल से ली। एक पाकिस्तानी टीवी शो पर अपने खुद के इकबालिया बयान के अनुसार वे इस्लाम को शादि से पहले ही कूबुल कर लिय था और अभी एक मुसल्मन है।
तेरह साल कि उम्र मे उन्होने बी सोहन्लाल से शादि करली जो कि उस समय के एक प्रसिद्ध नृत्य गुरु थे। सोहन लाल (४१ साल) पहले हि शादि शुद थे और उन्हे ४ बच्चों भी थे। चौदह साल की उम्र में उन्होने अप्ने पहले बच्चे हामिद खान को जनम दिय, जो अब राजू खान के नाम से एक प्रसिद्ध नृत्यरचना-कार है। १९६५ में वह सोहन्लाल् से अलग होई, लेकिन उनके सहायक के रूप में काम करती रही थी।
सोहन्लाल और सरोज खान क पुनर्मिलन होआ जब सोहन्लाल को दिल का दौरा पदा था। सरोज खान को सोहन्लाल से और एक बच्चा होआ उन्की बेटी हिना खान (कोयल)। सोहन्लाल सरोज खान और उन्के दो बच्चों को पीछे छोड़कर् माद्रस छले गये। उसके बाद वह सरदार रोशन खान के साथ शादी कि और सुकय्ना खान नाम के एक बेटी को जन्म दिया। जो अब दुबई में एक नृत्य संस्थान चलाती है।
वह फिल्म नज़राना में तीन साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में अपने वह फिल्म नज़्राना में तीन साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में अपने व्यवसाय की शुरुआत कि और उस किर्दार का नाम श्यामा था। वह नगीना चलचित्र “मैं तेरी दुश्मन” के लिए बहुत् प्रसिद्धि मिलि थी। उन्होने दुबै मे नृत्य संस्था शोरु की २९ नवम्बर् (२००९) पृष्ठभूमि नर्तकी के रूप मे (१९५०)’स से शुरुवात कि
फिल्म नृत्यरचना-कार बी सोहन्लाल् के तहत काम करति होइ उन्होने नृत्य सीखा। बाद में वह खुद नृत्य संयोजक के रूप मे अप्ने व्यवसाय कि शुरुवात कि थी। पहले एक सहायक नृत्यरचना-कार के रूप में और बाद में एक स्वतंत्र नृत्यरचना-कार के रूप में गीता मेरे नाम (१९७४) मे शुरुवात कि थी। हालांकि, उन्को ख्याति प्रप्त करने के लिये कई साल इन्तज़र करना पड़ा था लेकिन श्री देवी के साथ मिस्टर इंडिया में हवा हवाई (१९८७) और चांदनी (१९८९) के गनो कि नृत्यकला के सात उन्हे ख्याति मिलि थी।
बाद में माधुरी दीक्षित के साथ, तेजाब में एक दो तीन (१९८८) थानेदार में तम्मा तम्मा लोगे (१९९०) और बीटा मे धक धक करने लग (१९९२) मे ज़बर्दस्त हिट गने दिये थे। इसके बाद वह सबसे सफल बॉलीवुड कोरियोग्राफरों में से एक बन गई थी। २०१३ मे गुलाब गङ में फिर माधुरी दीक्षित के साथ काम किया है।
सरोज खान दो अन्य न्यायाधीशों के साथ स्टार वन पर प्रसारित जो २००५ नच बलिए में निर्णायक मंडल के एक सदस्य के रूप में एक रियलिटी डांस शो में दिखाई दि गई थी। नच बलिए के दूसरे सीज़न मे भी न्यायाधीश रहि। वह हाल ही में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (इंडिया) पर प्रसारित हो रहे जो शो “उस्तदो का उस्ताद ‘के लिए एक न्यायाधीश भी रही है। वह एनडीटीवी इमेजिन पर प्रसारित किया गया शो नच लेवे वित सरोज खान 2008 में दिखाई दि।
वह इस शो के लिए नृत्यकला कि थी। वह सोनी के शो बूगी वूगी (टीवी श्रृंखला) दिसंबर २००८ मे भी दिखाई दी गई थी। वह् एक न्यायाधीशों मे से थी जावेद जाफरी, नावेद जाफरी और रवि बहल के साथ। वह झलक दिखला जा फ़रवरी २७,२००९ के तिसरे सीज़न मे पूर्व नच बलिए न्यायाधीशों वैभवी मर्चेंट और अभिनेत्री जूही चावला के साथ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (इंडिया) मे भि दिखई दि। वह वर्तमान में डांस रियलिटी शो नच लै वे विथ सरोज खान मे भी न्यायाधीश रह छुकी है। वह मेजबानी की है और नचले वे विथ् सरोज खान पूरा कर लिया है। २०१२ में, द सरोज खान स्तोर्यि पि अस बि टी और भारत का फिल्म प्रभाग द्वारा निर्मित और निधि तुली द्वारा निर्देशित वृत्तचित्र जारी किया गया था।
चयनित फिल्मोग्राफ
(ए बि सी डी) एनी बडि केन डान्स २०१२, राउडी राठौर (२०१२), एजेंट विनोद (२०१२), खट्टा मीठा (२०१०), दिल्ली -६ (२००९), जब वी मेट (२००७) (बेस्ट नृत्यकला के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जिता है।), नमस्ते लंदन (२००७), गुरु (२००७) (सर्वश्रेष्ठ नृत्यकला के लिए फिल्मफेयर अवार्ड जिता है।), धन धना धन गोल (२००७), सांवरिया (२००७), डॉन – द चेस बिगिन्स अगेन (२००६), फना (२००६), वीर-जारा (२००४), स्वदेश (२००४), कुछ ना कहो (२००४), साथिया (२००२), देवदास (२००२) सर्वश्रेष्ठ नृत्यकला के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है।, फिज़ा (२०००), ताल (१९९९), हम दिल दे चुके सनम (१९९९) सर्वश्रेष्ठ नृत्यकला के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार और राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और अमेरिकी नृत्यकला अवार्ड जीता है।, मैं और प्यार हो गयाप (१९९७), परदेस (१९९७), इरुवर (१९९७) (तमिल), दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (१९९५), याराना (१९९५), मोहरा (१९९४), अंजाम (१९९४), बाज़ीगर (१९९३), आईना (१९९३), डर (१९९३), बेटा (१९९२), आवारगी (१९९०), सैलाब (१९९०), चांदनी (१९८९), तेज़ाब (१९८८), मिस्टर इंडिया (१९८७), नगीना (१९८६), हीरो (१९८३)
पुरस्कार और मान्यत
बेस्ट कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
२००२ – देवदास – डोला रे डोला, २००६ – शृनगरम २००७ – जब वी मे
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी पुरस्कार
२००८ – गुरु २००३ – देवदास २००० – हम दिल दे चुके सनम १९९४ – खलनायक १९९३ – बेटा १९९१ – सैलाब १९९० -छालबाज़ १९८९ – तेजाब
अमेरिकी कोरियोग्राफी अवार्ड
२००२: फीचर फिल्म में उत्कृष्ट उपलब्धि: लगान:वन्स अपॉन अ टाइम इन इंडिया (२००१)