राजनीति

टीएमसी की लहर के बावजूद छठी बार जीतीं मीना देवी पुरोहित

कोलकाता: कोलकाता नगर निगम चुनाव में ममता बनर्जी की सूनामी के बीच एक महिला ने बीजेपी का झंडा बुलंद रखा। इस चुनाव में कामयाबी के साथ वह एक दो नहीं छह-छह बार पार्षद का चुनाव जीत चुकी हैं। हम बात कर रहे हैं मीना देवी पुरोहित की, जिन्होंने कोलकाता नगर निगम चुनाव में टीएमसी की लहर के बावजूद एक बार फिर विजय पताका लहराई है।

‘जो जनता के लिए काम करते हैं जीतते हैं’
कोलकाता नगर निगम के वॉर्ड नंबर 22 से जीतने वाली मीना देवी पुरोहित ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘छठी बार पार्षद चुने जाने पर मैं खुश हूं। यह जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं की जीत है। जो लोग जनता के लिए काम करते हैं वे आखिरकार जीतते हैं। वोटिंग की प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं थी। अगर यह निष्पक्ष होती तो बीजेपी ज्यादा सीटों पर चुनाव जीतती।’

12वीं पास मीना देवी विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं
कोलकाता के वरिष्ठ पत्रकार वीके शर्मा कहते हैं, ‘वार्ड नंबर-22 में आने वाला बड़ा बाजार हमेशा से बीजेपी के फेवर में रहा है। यहां 70 प्रतिशत कारोबारी हैं, जिनमें राजस्थान के मारवाड़ी समुदाय और गुजराती लोग ज्यादा हैं। बड़ा बाजार हिंदीभाषी इलाका है। पूर्वी भारत की यह सबसे बड़ी व्यवसायी मंडी है। 12वीं पास मीना देवी पुरोहित ने जोड़ासांको विधानसभा सीट से बतौर बीजेपी उम्मीदवार चुनाव भी लड़ा था। उनकी काम करने वाली छवि है। वहीं 50 नंबर वॉर्ड से जीते सजल घोष के पिता भी पहले पार्षद रह चुके हैं। वह पूजा पंडाल से भी जुड़े रहे हैं।’

‘मीना देवी दमदार जमीनी नेता’
पश्चिम बंगाल की राजनीति को कवर करने वाली एक वरिष्ठ पत्रकार कहती हैं, ‘बीजेपी के विजय ओझा, सजल घोष और मीना देवी पुरोहित तीनों पर्सनल प्रोफाइल के कारण जीते हैं। मीना देवी पुरोहित एक दमदार जमीनी नेता हैं। जब मैं स्कूल में पढ़ती थी तो अपने एड्रेस का आईडी कार्ड भी इन्हीं से बनवाया था। वह डेप्युटी मेयर भी रह चुकी हैं।’

कोलकाता की पत्रकार सोनू ओझा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कोलकाता बड़ाबाजार का वॉर्ड नंबर 22 और 23 फिर भाजपा की झोली में। मीनादेवी पुरोहित और विजय ओझा भाजपा के ऐसे पार्षद हैं, जिन्हें बड़े नेताओं के नाम या तस्वीर की जरूरत नहीं पड़ी है। जमीन से जुड़े दमदार नेता हैं दोनों।’

ममता ने जीत को बताया ऐतिहासिक
सीएम ममता बनर्जी ने नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक जीत है और जनादेश ने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि लोगों ने टीएमसी के काम को स्वीकार कर लिया है। टीएमसी सुप्रीमो ने जोर देकर कहा कि राज्य में भाजपा, वाम और कांग्रेस कहीं नहीं हैं। बीजेपी पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘हम मिट्टी के बेटे और बेटियां हैं और कोलकाता में विकास हुआ है।’ उन्होंने कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर करार दिया।

नगर निगम चुनाव में टीएमसी को बंपर बहुमत
काउंटिंग का अंतिम अपडेट मिलने तक टीएमसी ने 89 सीटें जीत ली थीं और 44 पर उसके कैंडिडेट आगे चल रहे थे। वहीं बीजेपी को तीन सीटें मिली हैं। इसके अलावा सीपीएम और कांग्रेस को 2-2 जबकि निर्दलीय को तीन सीटें हासिल हुई हैं।

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