नई दिल्ली : बालों की देखभाल करना सभी को पसंद होता हैं ताकि ये हमेशा लहलहाते रहे और जीवनभर आपका साथ दे। अपने बालों से सभी को प्यार होता हैं और इनकी देखभाल भी सभी अच्छे से करते हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता हैं की लोग अपने बालों की देखभाल के दौरान कई भ्रम को मानते हैं जो की सच नहीं हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए बालों से जुड़े कुछ ऐसे ही भ्रम और उनकी सच्चाई लेकर आए हैं। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो बालों से जुड़े मिथ जिन पर हम यकीन कर लेते हैं।
सफेद बाल जब जड़ से तोड़ा जाता है तो उसकी जगह पर अन्य बाल पर कोई असर नहीं पड़ता। हर बाल की जड़ अलग-अलग होती है इसलिए यह बात पूरी तरह से भ्रामक है।
क्या आप हर महीने शैंपू और कंडीशनर का एक नया ब्रांड खरीदती हैं? तो ऐसा बिल्कुल भी न करें क्योंकि इससे आपके बालों में किसी भी प्रकार का कोई फर्क नहीं दिखेगा। हालांकि, अगर आपके बालों में किसी भी प्रकार का हेयर ट्रीटमेंट हुआ है तो उसके लिए अलग से शैंपू जरूर खरीदें।
अगर उम्र से पहले बाल सफेद होने लगे हैं तो उसका कारण स्ट्रेन नहीं है। आपके बालों के रंग के लिए जिम्मेदार मेलेनिन के कम बनने से ऐसा हो सकता है। हालांकि, स्ट्रेस आपकी उम्र बढ़ने और बाल गिरने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है।
यह बात पूरी तरह से गलत है। बालों में रोज तेल लगाने से स्कैल्प में धूल-मिट्टी और गंदगी जमती है। सप्ताह में दो बार और वो भी सिर्फ दो घंटे के लिए ही तेल लगाएं। ऑयलिंग के दो घंटे के बाद शैंपू कर लें।
बालों को लंबा करने के लिए अगर आप उन्हें जल्दी-जल्दी ट्रिम करवाती हैं तो ऐसा न करें। क्योंकि आपके बाल स्कैल्प से बढ़ते हैं न कि नीचे से। बालों को ट्रिम करवाने से उनकी ग्रोथ पर फर्क नहीं पड़ता। मगर दोमुंहे बालों से छुटकारा चाहिए तो 2 महीने में एक बार उन्हें जरूर ट्रिंम करवाएं।